आईएम का मास्टरमाइंड भटकल गिरफ्तार
नई दिल्ली।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। देश में कई बम धमाकों का आरोपी और इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) के संस्थापक आतंकी यासीन भटकल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जांचकर्ताओं को उसकी तलाश दो दर्जन से अधिक बम धमाकों थी। आतंकी अब्दुल करीम टुंडा के बाद भारत के लिए यह दूसरी बड़ी सफलता है। उस पर 10 लाख रूपए का इनाम घोषित था।
उसे नेपाल सीमा के पास से पकड़ा है। एनआईए उसे लेकर भारत लौट रही है। गुरूवार शाम तक उसे नई दिल्ली लाया जाएगा। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार (एनएसए) शिव शंकर मेनन ने प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह को भटकल की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी है।
केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि बुधवार रात को उसे बिहार-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया। फिलहाल वह बिहार पुलिस की कस्टडी में है।
एजेंसी का मानना है कि भटकल ने 2010 में पुणे स्थित जर्मन बेकरी में बम धमाका किया था जिसमें 17 लोगों की मौत हो गई थी। आईएम को पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर ए तयैबा आर्थिक तौर पर मदद करता है।
कर्नाटक के रहने वाले 30 वर्षीय भटकल ने वर्ष 2008 में अपने भाई रियाज और अन्य लोगों के साथ मिलकर इंडियन मुजाहिद्दीन को खड़ा किया था। खूफिया एजेंसियों के मुताबिक जयपुर, सूरत, बेंगलूरू, हैदराबाद सहित कई शहरों में बम धमाके करवाने में उसका हाथ था। जांच एजेंसियों को काफी समय से उसकी तलाश थी।
वर्ष 2010 में बेंगलूरू में çRकेट स्टेडियम के बाहर बम धमाका करवाने का मुख्य आरोपी है भटकल। दिल्ली के जामा मस्जिद, 2013 में हैदराबाद और बेंगलूरू में बम धमाकों में भी वांछित है भटकल।
एनआईए की वांछित सूची में भटकल का नाम शामिल है। उसका नाम पहली बार वर्ष 2008 में पुणे और मैंगलोर से पकड़े गए आईएम से की गई पूछताछ में सामने आया था।
अधिकारियों के मुताबिक, बम धमाकों से कुछ दिन पहले भटकल स्वयं वहां पर रहता था ताकि धमाकों में कोई "कमी" नहीं रह जाए और धमाके करने वालों की मदद भी करता था।
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