छोटा,पर हंगामेदार रहेगा सत्र,  11वां सत्र सोमवार से
जयपुर। 
मौजूदा विधानसभा का 11वां सत्र सोमवार से शुरू होगा। नवम्बर में होने वाले चुनाव के कारण इसे आखिरी सत्र माना जा रहा है। तीन से पांच दिन के इस सत्र के काफी हंगामेदार रहने के आशंका हैं। सरकार इसमें करीब 20 विधेयक लाने की तैयारी कर रही है। उधर, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रतिपक्ष का हमला भी तीखा रहने के आसार हैं।
बैठकों के लिहाज से मौजूदा विधानसभा सबसे कम बैठकों के लिए जानी जाएगी। इसके बावजूद 11वां सत्र बहुत लम्ब्ाा चलने के आसार नहीं हैं, क्योंकि सभी राजनीतिक दलों में टिकट वितरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धौलपुर में जिलेवार नेताओं से मिल रही हैं, वहीं कांग्रेस में भी सितम्बर के पहले सप्ताह में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक होनी है। उधर, विधायक भी अब ज्यादा से ज्यादा समय अपने क्षेत्र में देना चाहते हैं। सत्र के दौरान एक दिन जन्माष्टमी का अवकाश भी रहेगा।
सरकारी कामकाज के लिहाज से देखें तो सत्र में संभावित विधेयकों की संख्या ज्यादा दिख रही है, लेकिन इनमें ज्यादातर ऎसे हैं जिन्हें पास करना महज औपचारिकता रहेगी। क्योंकि 15 तो ऎसे हैं, जिनके अध्यादेश सरकार लागू कर चुकी है। अब बिल पेश कर इन्हें वैधानिक स्वरूप देना है।
राजनीतिक समीकरण भी नजर आएंगे
सत्र के दौरान कांग्रेस व भाजपा के चुनावी राजनीतिक समीकरण भी नजर आएंगे। भाजपा विधायक दल के उपनेता घनश्याम तिवाड़ी की नाराजगी अब तक दूर नहीं हो पाई है और इस सत्र में उनका क्या रूख रहता है, यह देखना दिलचस्प रहेगा। वहीं, कांग्रेस में बसपा से आए विधायकों व सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलियों को चुनाव में मौका देने को लेकर असमंजस है। ऎसे में सरकार में शामिल इन विधायकों का रूख भी बहुत कुछ बताएगा।

दोनों ही पक्ष करेंगे मंच के इस्तेमाल की पूरी कोशिश
चुनाव से पहले हो रहा सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं, क्योंकि दोनों ही पक्ष इस मंच का पूरा इस्तेमाल अपने पक्ष में करने की कोशिश करेंगे। सरकार उपलब्घियां गिनाएगी, बजट घोषणाओं की क्रियान्विति बताएगी। वहीं प्रतिपक्ष बिजली, कानून-व्यवस्था और गवर्नेस के मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी। सरकारी योजनाओं के जरिए नकदी बांटने का मुद्दा भी प्रमुखता से उठ सकता है।

आ सकते हैं 20 विधेयक
सत्र में पेश होने वाले 15 विधेयक ऎसे होंगे, जो वर्तमान में अध्यादेश के जरिए लागू कानूनों का स्थान लेने के लिए लाए जाएंगे। इनमें अजमेर विकास प्राघिकरण के लिए विधेयक भी होगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार कोटा, जोबनेर व भरतपुर में कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर में तकनीकी विश्वविद्यालय, कृषि उपज मंडियों के लिए आरपीएससी से भर्ती कराने संबंधी विधेयक भी लाए जा सकते हैं। इनके अलावा मंडी शुल्क से संबंघित विधेयक पर भी विचार चल रहा है।

विधायक दल की बैठक कल
भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार सुबह दस बजे विधानसभा की ना पक्ष लॉबी में होगी। इसमें विधानसभा सत्र के दौरान राज्य की कांग्रेस सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की जाएगी। भाजपा विधायक दल के सचेतक राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे भी शामिल होंगी।

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