तमंचे की नोक पर सरेराह 1.02 लाख लूटे
कोटा।
आईएल चौराहे स्थित फ्लाईओवर के नीचे शनिवार को हथियारों से लैस दो लुटेरों ने दिनदहाड़े एक गैस एजेंसी के कर्मचारी का रूपयों से भरा बैग लूट लिया। बैग में 1.02 लाख रूपए बताए गए हैं। घटना के बाद मौके पर मौजूद कुछ युवकों ने बदमाशों का पीछा भी किया, लेकिन तमंचा दिखाने के बाद ये युवक घबरा गए और अभियुक्त विज्ञान नगर की गलियों में ओझल हो गए।
घटना की सूचना पर विज्ञान नगर पुलिस ने पूरे शहर में नाकाबंदी करा दी। हालांकि रात तक कोई सफलता नहीं मिली। आईएल चौराहे पर ही स्थित सुविधा गैस एजेंसी के चपरासी मोहनलाल प्रजापति (50) ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे वह रूपयों से भरा बैग लेकर पैदल ही सामने आईएल परिसर में स्थित बैंक में रूपए जमा कराने जा रहा था। फ्लाईओवर के नीचे पहले से बैठे दो बदमाशों ने उसे लात मारी और गिरा दिया। हाथ में फंसे बैग को दांतली से काटा और भागने लगे। वह चिल्लाया तो इन्होंने तमंचा दिखाया और कुछ ही सैकण्ड में बाइक से भाग गए।
'आगे बढ़े तो गोली मार देंगे'
इसी चौराहे पर एक चाय की गुमटी पर बैठे एक कोचिंग संस्थान में कार्यरत दुष्यंत सिंह गहलोत ने बताया कि जैसे ही हो-हल्ला मचा तो वह, गैस एजेंसी के कर्मचारी सहित तीन लोग अपने बाइक्स से लुटेरों के पीछे दौड़े। पहले तो बदमाशों ने अपनी बाइक मैत्री अस्पताल के निकट से तलवंडी जैन मंदिर की तरफ घुमा ली। यहां की सारी गलियों में चक्कर कटवाने के बाद ये फिर से मोड़ पर आ गए। दुष्यंत के मुताबिक एक तरफ मैं था और दूसरी तरफ से पीछा करते हुए गैस एजेंसी का कर्मचारी आ गया था। दोनों तरफ से घिरे देख बदमाशों ने अपने हथियार निकाल लिए और कहा कि आगे बढ़े तो गोली मार देंगे। इसके बाद दोनों घबरा गए। ये वहां से भागे और विज्ञान नगर की तरफ चले गए। पीछे-पीछे गए तो ये कुछ देर में गायब हो गए।
नम्बर प्लेट पर लगा रखा था कीचड़
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अभियुक्तों के पास काले रंग की बाइक थी। बाइक के आगे-पीछे की नम्बर प्लेट्स पर इन्होंने कीचड़ लगा रखा था। दोनों सांवले थे और एक की उम्र ज्यादा था। हुलिए से ये बाहर के लग रहे थे। घटना की सूचना पर एएसपी संजय गुप्ता, प्रशिक्षु आरपीएस ज्ञानप्रकाश नवल मौके पर पहुंचे और हुलिए के आधार पर संदिग्धों की धरपकड़ शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक बैग में रखी रकम को लेकर संशय है। मौके पर जहां 15-20 हजार रूपए बताए थे, बाद में 50 हजार बताए। इसके बाद गैस एजेंसी के कैशियर वीरेन्द्र कुमार ने रिपोर्ट दी, उसमें 1.02 लाख रूपए बताए गए।
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