"तेल के नाम पर क्षेत्रवाद फैला रहीं राजे" 
नीमकाथाना। 
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस संदेश यात्रा के तहत शुक्रवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे पर आरोप लगाया कि वे तेल और बिजली के नाम पर क्षेत्रवाद फैला रही हैं। प्रदेश को बांटने की कोशिश कर रही हैं।
अलवर जिले में 12वें चरण के तहत संदेश यात्रा तीसरे दिन मुण्डावर और बहरोड़ होते हुए सीकर जिले के नीमकाथाना पहुंच कर समाप्त हुई। मुण्डावर और बहरोड़ सीट यादव बहुल हैं और यादवों को राजनीति की धुरी माना जाता है। ये दोनों क्षेत्र जांबाज सैनिकों के लिए भी जाने जाते हैं। यही वजह रही कि कांग्रेस नेताओं ने अपने भाषणों में सैनिकों को याद तो किया ही, साथ ही उनके द्वारा किए जा रहे काम भी गिनाए।
दोनों जगह युवाओं की भीड़ रहने के कारण बेरोजगारों को अलवर में लग रही फैक्ट्रियों में नौकरी नहीं मिलने का मुददा भी उठा। दोनों जगह सभाएं अच्छी रही। उधर, सीकर जिले के नीमकाथाना में कांग्रेस का टिकट चाहने वालों के बीच जोरदार शक्ति प्रदर्शन को देखने को मिला। मुख्य सभा से पहले ही दो जगह स्वागत के नाम पर बड़ी भीड़ नजर आई। भाषणों से नरेन्द्र मोदी लगभग गायब रहे और जोर सरकार की उपलब्धियां गिनाने पर रहा। 
सैनिकों को लुभाने की कोशिश
शुक्रवार को पहली सभा मुण्डावर में हुई। यहां से कांग्रेस के मेजर ओ. पी. यादव विधायक हैं। रक्षा राज्य मंत्री और सांसद जितेन्द्र सिंह ने सैनिकों के लिए किए काम गिनाए और बताया कि जल्द ही अलवर व झुंझुनूं में सैनिक स्कूल खुलेंगे। मुख्यमत्री गहलोत ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई।
यहां कई समस्याएं बताई गई, मुख्यमंत्री ने कोई पक्का वादा नहीं किया। बहरोड़ से कांग्रेस के करण सिंह यादव पिछली बार चुनाव हार गए थे। जितेन्द्र सिंह ने यहां के बारे में कहा कि यहां तो हर कोई नेता है। टिकट के दावेदारों ने अपनी पूरी कोशिश की थी। गहलोत ने कहा कि करण सिंह को जिताया होता तो वे आज सरकार में मंत्री होते। उन्होंने बहरोड में अस्पताल में बैड की संख्या बढ़ाने और आईसीयू यूनिट खोलने की मांग पूरी करने का भरोसा दिलाया। 
एकजुटता की दी सीख
बहरोड़ से नीमकाथाना के रास्ते में ही टिकट के तीन दावेदारों ने स्वागत की जोरदार तैयारियां कर रखी थी। दो जगह तो गहलोत को एकजुटता की सीख भी देनी पड़ी और उन्होंने कहा कि आलाकमान जिसे टिकट दे, आपको उसके साथ लगना होगा। 
तो होती जोरदार सभा
नीमकाथाना में सभा स्थल तक पहुंचते-पहुंचते रात दस बजे की समय सीमा खत्म होने लगी थी, इसलिए बहुत संक्षिप्त सभा हो पाई। लोगों का कहना था कि यहां चारों दावेदार एक साथ सभा करते तो यह संदेश यात्रा की 
सबसे जोरदार सभा हो सकती थी। आप पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने सीएम काफिले को काले झण्डे दिखाए।

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