जनता ने पकड़ा चोर, पुलिस ने चोरी के धंधे में लगा दिया 
बाड़मेर 
करीब एक महीने पहले एक घर में चोरी कर रहे चोर को जनता ने रंगे हाथों पकड़ लिया। उसको पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार करने की बजाए 20 हजार की मांग कर डाली। युवक ने इतने रुपए होने से इंकार किया तो पुलिस ने कहा कहीं से भी ला और उसे आजाद कर दिया। युवक फिर से चोरी करने में लग गया, लेकिन किस्मत खराब। फिर पकड़ा गया। लोगों ने जब धुनाई की तो उसने पुलिस पर ही आरोप लगा दिया। बोला क्या करूं पुलिस ने ही मुझे इस धंधे में लगा दिया। कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। जनता के सामने ही उसने चौकी प्रभारी से फोन पर बात की तो उन्होंने 20 हजार रुपए नहीं लाने पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। 
पुलिस की पोल खोलती यह घटना गुरुवार को शहर के विष्णु कॉलोनी में सेंट पॉल स्कूल के पास क्षेत्र में हुई। जनता ने पुलिस अधिकारियों को सूचना देने से पहले संवाददाता को भी मौके पर बुलवाया, ताकि मामला रफा-दफा नहीं हो सके। इसके बाद भी देर शाम तक ये ही कोशिश होती रही। मामला जब एसपी राहुल बारहट के ध्यान में आया तो उन्होंने तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। 
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक युवक ने गुरुवार दोपहर को क्षेत्र में जामतसिंह महाबार के घर चोरी का प्रयास किया। मकान में महाबार के भाई रहते हैं। दोपहर में उसके भाई अस्पताल गए हुए थे। इसी का फायदा उठाकर चोर ने मकान का ताला तोड़कर बक्से में रखे चार मोबाइल व दस हजार रुपए चुरा लिए। इस दौरान जामतसिंह व उम्मेदसिंह वहां पहुंच गए और चोर को पकडऩे का प्रयास किया। मगर वह वहां से भाग छूटा। उन्होंने पीछा किया और शाम करीब साढ़े पांच बजे तीन किलोमीटर दूर उसको पकड़ लिया। इसके बाद वे लोग उसको वापस अपने घर ले आए तथा लोगों और पुलिस को फोन किया। इस संबंध में देर रात तक मामला दर्ज नहीं हुआ था। 

चोर ने बताया: इसलिए की चोरी 

मौके पर आरोपी ने अपना नाम ओमप्रकाश जाट निवासी सरली बताया। उसने बताया कि वह कमठा मजदूरी करता है। करीब एक महीने पहले हनुवंत विद्या मंदिर के पास उसने और उसके ममेरे भाई सुरेश निवासी डंडाली ने एक कमरे का ताला तोड़कर चोरी का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने उन्हें पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें सिणधरी रोड स्थित रीको पुलिस चौकी के हवाले कर दिया। उसने बताया कि एक युवक ने चार हजार रुपए चुराने का उस पर आरोप लगाया। जिस पर चौकी में तैनात तीन पुलिसकर्मियों ने उस चार हजार रुपए उस युवक को देने तथा उसे छोडऩे की एवज में पांच-पांच हजार रुपए रिश्वत व एक हजार रुपए कागजात के कुल 20 हजार रुपए मांगे। उसे बाद में पैसे पहुंचाने का कहकर छोड़ दिया गया। 

जमा हो गई भीड़
चोरी के आरोपी को पकडऩे के बाद मकान के बाहर भीड़ जमा हो गई। इस दौरान आरोपी के साथ मारपीट भी की गई। करीब आठ बजे पुलिस मौके पर पहुंची तथा आरोपी को गिरफ्तार कर ले गई। 

पहले भी हो चुकी है चोरी 
मोहल्ले के उम्मेदसिंह ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले उसके मकान में चोरी हो गई। इस पर रीको पुलिस चौकी में रिपोर्ट पेश की गई, लेकिन मुकदमा तक दर्ज नहीं हुआ। 

डीएसपी को सौंपी जांच 
मामले की सूचना मिलने पर एसपी राहुल बारहट ने डीएसपी नाजिम अली को जांच सौंपी। इस पर डिप्टी सदर थाने पहुंचे तथा चोर और पुलिसकर्मियों को बुलाकर पूछताछ शुरू कर दी। 


पुलिस पर लगाए आरोप 
आरोपी ओमप्रकाश ने पुलिस पर आरोप लगाया कि चौकी में कार्यरत तीन पुलिसकर्मी उसे पिछले एक महीने से पैसे पहुंचाने के लिए फोन कर रहे थे। उसने पुलिस वालों को अपनी हालत का हवाला देते हुए माफ करने की बात कही, लेकिन उसे मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। इस दबाव में उसने दूसरी घटना को अंजाम दे दिया। 

रिपोर्ट एसपी को भेज दी है 
॥मामले की सूचना मिलने पर एसआई को मौके पर भेजा था। वहां लोगों से मिले फोटोग्राफ्स और वीडियो में पुलिस कर्मियों की संदिग्ध भूमिका मिलने पर एसपी को रिपोर्ट दे दी है। चोरी के आरोपी के खिलाफ अभी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। कार्रवाई चल रही है। 
ओमप्रकाश उज्जवल, एसएचओ, सदर थाना, बाड़मेर 
तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड 
॥ डीएसपी को मामले की जांच सौंप दी है। मामले में हेड कांस्टेबल मेवाराम, कांस्टेबल गजे सिंह व पदमाराम को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच जारी रहेगी। राहुल बारहट, एसपी, बाड़मेर

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