सरकार निरंकुश व अहंकारी : भाटी
बाड़मेर

भाटी ने कहा की प्रदेश की वर्तमान निकम्मी एवं निरंकुश कांग्रेस सरकार ने आनन-फानन में संदेश यात्रा प्रारम्भ की। ये यात्रा संदेश यात्रा न होकर वर्तमान सरकार की विदाई यात्रा सिद्ध होगी।
वर्तमान सरकार दुःखी, मायूस और निराश जनता के दुःख-दर्द को समझने का प्रयास करने की बजाय संदेश यात्रा में मशगूल है। कांग्रेस के जन प्रतिनिधि संदेश यात्रा में सरकारी अमले का जमकर दुरूपयोग कर रहे हैं। सरकारी कारिंदों पर यात्रा के दौरान अतिरिक्त भीड़ जुटाने का बोझ डाल दिया गया है जिससे उनके रोजमर्रा के सरकारी कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस तरह के कुशासन से जनता बुरी तरह त्रस्त और दुःखी है।
भाटी ने कहा की पिछले वर्ष पश्चिमी राजस्थान में बेहद कम वर्षा होने के कारण अकाल की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पश्चिमी राजस्थान के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन पशुपालन एवं कृषि है।
वर्षा कम होने के कारण कृषक दुःखी हैं और पशुपालकों के लिये चारे का प्रबन्ध करना असंभव हो गया है जिसके कारण पशु असमय काल का ग्रास बन रहे हैं। कहते हैं कि राम रूठ जाये पर राज नहीं रूठ जाता है परन्तु दुर्भाग्य से यहां तो राम और राज दोनों की रूठ गये हैं। दुःख की घड़ी में सरकार सदैव जनता के दुःख को दूर करने का प्रयास करती है, परन्तु प्रदेश की वर्तमान सरकार एवं उसके जन प्रतिनिधियों ने संकट की इस घड़ी में गरीब कृषकों एवं पशुपालकों को उनके हाल पर छोड़ दिया है।
भाटी ने कहा की आज स्थिति ये है कि ग्रामीणों को पानी 8-10 किलोमीटर या इससे भी ज्यादा दूरी से लेकर आना पड़ रहा है। इतनी भीषण गर्मी के मौसम में जनता पर एक और प्रहार करते हुए बिजली कटौती भी शुरू हो चुकी है जिससे जनता में त्राहि-त्राहि मच चुकी है।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के शासनकाल में अकाल के समय सरकार द्वारा भरपूर चारे की व्यवस्था चारा डिपो के माध्यम से की गई थी ताकि गाय को असमय मौत के मुंह में जाने से बचाया जा सके, परन्तु प्रदेश की वर्तमान अंधी बहरी सरकार ने गायों को बचाने के लिऐ किसी प्रकार का कोई प्रबन्ध नहीं करके अपनी निष्ठुरता का परिचय दिया है।
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