बाल मंदिर माध्यमिक विधालय में होगा पहला आयोजन 
,बाड़मेर
हम सभी बचपन में लूडो में सांप-सीढ़ी का खेल खेलते रहे हैं , बड़ी कोशिशों के बाद 10 0 (लक्ष्य) तक पहुचना और अचानक एक सांप के काटने के बाद फ़िर शून्य पर पहुच जातें हैं। आज रेतीले इलाके में भी इंसानी जिंदगी की भी कुछ ऐसी ही फितरत है . जिस इलाके में पानी को लेकर हाहाकार था उसी इलाके में पानी आने के बाद पानी के अपव्यय की आदत में न जाने क्यों बढ़ोतरी हुई है इसी बात को आधार बनाकर सीसीडीयू का आईईसी अनुभाग इस सोमवार से पानी पर आधारित एक रोचक खेल सांप सीढ़ी के माध्यम से खेल खेल में पानी बचत का ज्ञान देते नजर आएँगे . साप सीढ़ी खेल के माध्यम जल सन्देश देने की कवायद देश भर में अपने आप में पहले और इस अनूठे तरीके से पानी के अपव्यय को रोकने की बात रेतीली धरा से उतरने के बाद राज्य के अन्य जिलो में भी उतरेगी .सीसीडीयू के आईईसी कंसल्टेंट अशोक सिंह राजपुरोहित ने बताया की इस सोमवार से बाड़मेर जिले में पानी बचाने के नारे को और बुलन्द करने के लिए पारम्परिक खेल सांप सीढ़ी का उपयोग किया जायेगा .बाड़मेर के आईईसी अनुभाग द्वारा खुले मैदान में खेले जाने वाली 900 स्क्वायर फिट की विशाल सांप सीढी को तेयार की है जिसके माध्यम से खेल खेल में पानी बचने की सीख दी जाएगी . इस सांप सीधी में पानी के सदुपयोग करने वाली आदतों पर सीढ़ी मिलेगी जिससे आसामी से 100 के लक्ष्य को पाया जा सकता है वही इसके विपरीत काम करने पर साप काटने के रूप में चेतावनी सन्देश दिया जायेगा.इस बात को खेल के माध्यम से इस तरह समझाया जायेगा की बच्चो में पानी की फिजूल खर्ची को रोका जा सके . सिंह के मुताबित इस खेल में कई दलों को शामिल किया जायेगा और विजेता दल को इनाम भी दिया जायेगा .सांप सीढी के माध्यम से पानी की बचत करने का सन्देश लोगो में देने का यह अनुठे नवाचार रेतीले बाड़मेर से ही शुरू हो रहा है .इसके अलावा आगामी माह में ही देवालयों में जल चालीसा लिखने के अभियान का भी आगाज किया जायेगा . इसी क्रम में साल भर जल चेतना की बात आम जनता में मुखर करने वाले कई कार्यक्रमों का आयोजन जारी रहेगा .
चोपालो में भी होंगा खेल आयोजन 
बाड़मेर में जल चेतना के लिए किये जा रहे आयोजनों की सूची में इस सोमवार से बाड़मेर जिले में पानी बचाने के नारे को और बुलन्द करने के लिए पारम्परिक खेल सांप सीढ़ी का उपयोग किया जायेगा। इस कार्यकर्म के पहले पड़ाव के रूप में सोमवार को स्थानीय बल मंदिर माध्यमिक विधालय में इस कार्यकर्म को आयोजित किया जायेगा . और यह कार्यकर्म अपने आप में इस वजह से अनूठा होगी की इस आयोजन में ग्रामीण इलाको में महिलाओ और पुरषो की समग्र भागीदारी में यह आयोजन होंगे .गावो में स्कुलो के साथ साथ पहली मर्तबा चोपालो पर आयोजित होने वाले इस आयोजन के लिए विशेष रुपरेखा तेयार की गई है .

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