आखिरकार मोदी को मिली कप्तानी 

पणजी।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की बड़ी भूमिका को लेकर पिछले तीन दिन से जारी सस्पेंस रविवार को खत्म हो गया। लालकृष्ण आडवाणी के विरोध को दरकनार करते हुए मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बनने वाली चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त कर दिया गया है। 
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस पर मुहर लगी। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने औपचारिक रूप से इसका एलान कर दिया है। बताया जा रहा है कि प्रचार समिति में 11 से 24 के बीच सदस्य होंगे। इसमें मोदी के खास अमित शाह और स्मृति ईरानी को शामिल किया जा सकता है। 
सूत्रों के मुताबिक मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने पर पहले से ही सहमति थी पेंच प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर फंसा हुआ था। मोदी कैंप चाहता था कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ही गुजरात के मुख्यमंत्री को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया जाए लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता इसके पक्ष में नहीं थे। 
शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई थी। इसमें मोदी समर्थकों ने कहा था कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ही पीएम पद के उम्मीदवार की घोषणा हो लेकिन विरोधियों का कहना था कि आडवाणी की गैर मौजूदगी में इतना बड़ा फैसला नहीं लिया जा सकता। 
इस बीच मोदी को बिहार में चुनाव प्रचार के लिए आने का निमंत्रण दिया गया है। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी को अक्टूबर में प्रचार के लिए बिहार आने का न्योता दिया। 


9 जून: भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आप जिस खबर का इंतजार कर रहे हैं उसका कल तक इंतजार नहीं करना होगा। आज ही आपको खुशखबरी मिलेगी। 

9 जून: मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के पापों से जनता गुस्से में हैं। देश को कांग्रेस मुक्त भारत चाहिए। कांग्रेस मुक्त भारत राष्ट्रवाद का 
कार्यक्रम है। कांग्रेस ने देश में अविश्वास का माहौल बनाया। 


9 जून: बिहार भाजपा ने चुनाव प्रचार के लिए मोदी को आने का निमंत्रण दिया। बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी को अक्टूबर में प्रचार के लिए बिहार आने का न्योता दिया। 

8 जून: कहा जा रहा है कि आडवाणी सहित अन्य नेता मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में नहीं हैं,वे शुक्रवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में नहीं आए शनिवार को भी तबीयत खराब होने का हवाला देकर आने का कार्यक्रम रद्द कर दिया। 


आडवाणी की तबीयत ही मोदी के लिए सिर दर्द बन गई है। समाचार चैनल के मुताबिक,पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि आडवाणी की मौजूदगी में ही मोदी को चुनाव प्रचार की 
कमान सौंपी जाए। 


8 जून: रविवार दोपहर तीन बजे राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को सम्बोधित करेंगे नरेन्द्र मोदी।

8 जून: सूत्रों के अनुसार संसदीय बोर्ड ने अध्यक्ष राजनाथ सिंह को मोदी के बारे में फैसला लने के लिए अधिकार सौंप दिए हैं,माना जा रहा है कि रविवार दोपहर तक चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के लिए मोदी के नाम का एलान हो सकता है।

8 जून: मोदी समर्थक शनिवार दोपहर आडवाणी के घर बाहर जमा हो गए। उनकी मांग थी कि आडवाणी गुजरात के मुख्यमंत्री को अपना आशीर्वाद देकर उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित करें। प्रदर्शनकारी हाथों में पटि्टयां और फूल थामे हुए थे। पटि्टयों पर लिखा था "मोदी को कमान,आडवाणी को सम्मान।" भाजपा ने यह कहते हुए प्रदर्शन से पल्ला झाड़ लिया कि ये लोग भाजपा के नहीं हैं।

8 जून:मोदी को समर्थन,आडवाणी को नसीहत

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के देवबंद में संत स्वामी ब्रहमानंद सरस्वती और योग गुरू शांतनु महाराज ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी को नसीहत दी है कि वे मोदी के रास्ते का रोड़ा न बनें। 

संत सरस्वती ने आडवाणी को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह देते हुए कहा कि इस समय देश में नरेंद्र मोदी की हवा बह रही है। देश की जनता उन्हें केंद्रीय भूमिका में देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार देश में शांति व्यवस्था बनाए रखने में विफल रही है और विकास को गति नहीं दे पाई है जबकि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी लोगों की कसौटी पर खरा उतरे हैं।

8 जून: कांग्रेस पर वार,नकारा संप्रग सरकार

कार्यकारिणी बैठक के बीच भाजपा प्रवक्ता ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बैठक में पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस ने देश को कुछ नहीं दिया। प्रधानमंत्री खुद सवालों के घेरे में हैं। ऎसे में कांग्रेस बर्बादियों का जश्न क्यों मना रही है? देश में विश्वसनीयता का संकट हो गया है। इस सरकार ने परमाणु करार किया इससे देश को कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस राज में नक्सलियों की विचारधारा को आगे बढ़ाया गया है। विनायक सेन और हर्ष मंदर जैसों को सरकारी कमेटियों में रखा गया।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि खुद सरकार के मुखिया भ्रष्टाचार और घोटालों को लेकर संदेह के घेरे में हैं और वह सभी नियमों तथा परंपराओं को ताक पर रखते हुए संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग कर अपनी कुर्सी बचाए हुए हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग दोहराते हुए उन्होंने कहा कि नैतिकता का तकाजा है कि आजादी के बाद की सबसे भ्रष्ट सरकार चला रहे प्रधानमंत्री को बिना देर किए पद छोड़ देना चाहिए। 


8 जून: आडवाणी के लिए विशेष विमान

वरिष्ठ भाजपा नेताओं का कहना है कि उनकी जेहन में यह पहला मौका है, जब पार्टी के महारथी आडवाणी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की किसी बैठक से दूरी बनाए हुए हैं। आडवाणी ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ मिलकर 1980 में भारतीय जनता पार्टी के गठन का नेतृत्व किया था, जो इसके पहले भारतीय जनसंघ के रूप में थी। सूत्रों के अनुसार, 85 वर्षीय आडवाणी को गोवा ले जाने के लिए एक विशेष विमान तैयार था, लेकिन वह नहीं आए। आडवाणी के परिवार ने पार्टी को सूचित किया कि उनका स्वास्थ्य यात्रा की इजाजत नहीं देता। खबर है कि उनके पेट में कोई दिक्कत है।

8 जून: व्यक्ति से बड़ी पार्टी,पार्टी से बड़ा देश

आडवाणी के न आने के सवाल पर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि तबीयत खराब होने पर सियासत नहीं करनी चाहिए,कुछ नेता नहीं आ पाए हैं। उन्होंने कहा किसी का आ पाना और न आ पाना कोई मुद्दा नहीं होता। भाजपा अपने तय एजेंडे पर चलती है न कि किसी और के एजेंडे पर। व्यक्ति से बड़ी पार्टी और पार्टी से बड़ा देश हम इस सिद्धांत पर चलते हैं इसी आधार पर हम मंथन करेंगे। 

8 जून: कांग्रेसी नेता चला रहे बयानों के तीर

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा में क्या हो रहा है इससे हमें कोई लेना देना नहीं। मोदी भाजपा का मामला है हमारे लिए ये कोई फेक्टर नहीं। हम तो चाहते हैं ये पार्टी बीमार ही रहें। फिर उन्होंने कहा कि भगवान से प्रार्थना है जितने भी लोग बीमार हैं वे जल्दी स्वस्थ हों, शतायु हो।

राजीव शुक्ला ने कहा कि जो कुछ भाजपा में सामने देखा जा रहा है ऎसा हमने कभी किसी राजनीति दल में नहीं देखा। अब तो डर लगने लगा है कि ये देश को कैसे दिशा देंगे। ये किसी पद पर आ गए तो देश का बेड़ा गर्क कर देंगे। 

कांग्रेस नेता जगदम्बिका पाल ने कहा बीजेपी में बिखराव की शुरूआत हो चुकी है, मोदी बीजेपी में ही स्वीकार्य नहीं हैं।

8 जून: राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने सुबह आडवाणी से बात की थी,वे काफी बीमार थे। मैने ही उन्हें गोवा न आने की सलाह दी। आडवाणी रविवार को भी कार्यकारिणी बैठक में नहीं आ पाएंगे।

8 जून: आडवाणी के न आने को लेकर उठ रहे सवालों के बीच भाजपा नेता सफाई देने का मौका नहीं चूक रहे। राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि आडवाणी की तबीयत खराब है,हो सकता है कि वे रविवार को पहुंच जाएं। वे 40 साल से राजनीति में हैं उनके रूठने जैसी कोई बात नहीं है। जिस तरह से समाचार चैनलों पर उनकी तबीयत को लेकर अलग-अलग बातें की जा रही हैं वह ठीक नहीं है।

8 जून: कार्यकारिणी बैठक में 13वीं पंक्ति में मोदी और शिवराज सिंह चौहान पहली पंक्ति में बैठे नजर आए

8 जून:भाजपा के कुछ नेताओं के कार्यसमिति में न आ पाने पर कांग्रेस के कुछ नेताओं की बयानबाजी पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को ओछी बयानबाजी से बचना चाहिए,हम भी उनकों जवाब दे सकते हैं लेकिन हम उनकी जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं करते।

8 जून: कार्यकारिणी की बैठक शुरू, मंच पर अध्यक्ष राजनाथ सिंह और सुषमा स्वराज और अरूण जेटली के अलावा और कोई नहीं। आडवाणी खेमे के कई नेता बैठक से नदारद हैं।

8 जून: मोदी के समर्थन में गोवा के सीएम मनोहर परिकर बोले कि 2014 में मोदी ही बीजेपी का चेहरा होने चाहिए

8 जून: वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को दरकिनार कर उनकी गैरमौजूदगी में भी पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह रविवार को कर सकते हैं मोदी को बड़ी जिम्मेदारी देने का ऎलान।

8 जून: यशवंत सिन्हा ने कहा कि उनकी तबीयत ठीक है,मुझे "नमोनिया" नहीं हुआ है। गोवा न जाने के और भी कारण हो सकते हैं। लेकिन और कारण कौनसे हैं इस बारे में वे कुछ नहीं बोले।

8 जून: आडवाणी समर्थक माने जाने वाले बीसी खंडूरी और भगतसिंह कोशियारी के भी गोवा न आने की खबर। खंडूरी ने तबीयत खराब होना कहा, कोश्यारी अभी उत्तर-पूर्व के दौरे पर होने के कारण नहीं आ रहे।


8 जून:नरेन्द्र मोदी को बड़ी जिम्मेदारी दिलाना अब राजनाथ सिंह के राजनीतिक भविष्य से भी जुड़ गया है और वे आडवाणी की अनुपस्थिति में भी मोदी के नाम का एलान कर सकते हैं। 

8 जून: सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में शामिल होने आडवाणी शनिवार को भी नहीं पहुंचे, तबीयत खराब होने का दिया हवाला। 

7 जून: लोकसभा चुनाव के लिए मोदी के नेतृत्व में बनने वाली कंपेन कमेटी का मामला भी लटकने की स्थिति।

7 जून: पदाधिकरियों की बैठक में मोदी को चुनाव प्रचार कमान सौंपने पर मुहर नहीं लग पाई। आडवाणी खेमे की नाराजगी को भांपते हुए फिलहाल इस मसले को टाल दिया गया। लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी मंथन। पीएम प्रत्याशी पर नहीं हो पाया फैसला।

7 जून: गोवा में कार्यकारिणी बैठक से पहले शाम को पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक हुई,जिसमें संसदीय बोर्ड के सदस्यों समेत कई अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया गया।

7 जून: मोदी को बड़ी जिम्मेदार देने और उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित करने के लिए पक्ष में कई बड़े नेताओं के बयानों का सिलसिला चलता रहा। आडवाणी खेमे की तरफ से विरोध के सुर भी सामने आए।

7 जून: भाजपा कार्यकारिणी बैठक में भाग लेने भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ समेत कई वरिष्ठ नेता पहुंचे, मोदी भी दोपहर बाद पहुंचे तो उनका शानदार स्वागत हुआ।

7 जून: कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं के बीमार होने पर ली चुटकी, मोदी के कारण भाजपा के नेता बीमार तो फिर देश का क्या हाल होगा।

7 जून: दोपहर तक लालकृष्ण आडवाणी बैठक में नहीं पहुंचे। कारण बताया तबीयत खराब होना। मीडिया में माहौल गर्माया तो राजनाथ सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि शनिवार को आएंगे आडवाणी। जसवंत सिंह, शत्रुघA सिन्हा, उमा भारती जैसे कई और दिग्गज भी नहीं आए।

7 जून: गोवा में भारतीय जनता पार्टी की कार्यकारिणी बैठक में शामिल होने पहुंचे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी का हवाई अड्डे पर जोरदार स्वागत। बीजेपी के झंडे और मोदी के कटआउट और पोस्टरों से अटा गोवा। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह निर्धारित समय पर पहुंचे तो सुषमा स्वराज हुई काफी लेट।

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