गोड़ावण संरक्षण के लिए हरसंभव प्रयास होंगे -गहलोत

जैसलमेर, 8 जून/
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को सुदासरी क्षेत्र में डेजर्ट नेशनल पार्क का दौरा किया और दुर्लभ राज्यपक्षी गोड़ावण को देखा। मुख्यमंत्री के साथ ऊर्जा,जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. जितेन्द्रसिंह, पूर्व मंत्री डॉ. चन्द्रभान,क्षेत्रीय सांसद हरीश चौधरी, विधायक शाले मोहम्मद, जिलाप्रमुख अब्दुला फकीर, जिला कलक्टर एनएल मीना, जिला पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका, प्रधान मूलाराम चौधरी आदि जन प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने भी डेजर्ट नेशनल पार्क का दौरा किया।

गोड़ावण को बचाने के सभी प्रयास होंगे

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गोड़ावण संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए और कहा कि राजस्थान के राज्यपक्षी के रूप में मशहूर गोड़ावण के संरक्षण के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास करेगी और इस बारे में किए जा रहे उपायों को और अधिक गति दी जाएगी।

गोड़ावण की झलक पाकर मुग्ध हुए गहलोत

इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डॉ. जितेन्द्रसिंह, डॉ. चन्द्रभान आदि ने सुदासरी संरक्षित क्षेत्र में एक दर्जन नर-मादा गोड़ावण पक्षियों की झलक पाकर खूब सुकून पाया। डेजर्ट नेशनल पार्क में भ्रमण के दौरान मुख्य वन संरक्षक(वन्यजीव) डॉ. जी.एस. भारद्वाज ने गोड़ावण पक्षी की विशेषताओं, पारिस्थितिकीय तंत्र, इसके संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों, डेजर्ट नेशनल पार्क की विभिन्न गतिविधियों तथा भावी योजनाओं के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। इसके साथ ही डेजर्ट नेशनल पार्क में मशहूर एवं पौष्टिक सेवण घास की बहुतायत तथा इसकी खासियतों, प्रवासी पक्षियों सहित विभिन्न प्रजातियों के पशु-पक्षियों के विहार तथा निवास आदि के बारे में भी जानकारी दी।

कई प्रजातियों के वन्य प्राणियों को देखा

मुख्यमंत्री ने पार्क में बारह गोड़ावण पक्षियों की हलचलों को देखने के साथ ही पार्क में रेडहेडेड़वॉल्चर, लोमड़ी, कुलाँचे भरते हिरणों, डेजर्ट केट आदि कई प्रजातियों के वन्य प्राणियों एवं पक्षियों को देखा। मुख्यमंत्री ने पार्क में फोरेस्ट गार्ड हम्मीरसिंह से चर्चा की और वन्य जीवों के जीवन तथा गतिविधियों के बारे में पूछताछ की।
बाद में डेजर्ट नेशनल पार्क के विश्राम गृह में वन विभाग तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने गोड़ावण संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों तथा भावी योजनाओं की रूपरेखा पर मंथन किया और कहा कि गोड़ावण को बचाए जाने के लिए सभी संभव प्रयास सुनिश्चित किए जाएंगे। इसके प्रति राज्य सरकार गंभीर है।

गोड़ावण संरक्षण के बारे में प्रजेन्टेशन

मुख्य वन संरक्षक(वन्यजीव) डॉ. जी.एस. भारद्वाज ने इस दौरान पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री को डेजर्ट नेशनल पार्क के सभी पहलुओं तथा गोड़ावण राज्य पक्षी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने गोड़ावण संरक्षण के लिए डेजर्ट नेशनल पार्क द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रसन्नता जाहिर की।
इस दौरान अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक( वन एवं वन्य जीव) पी.एस. सोमशेखर ने वन विभागीय गतिविधियों, वन्य जीवों के संरक्षण तथा संवद्र्धन आदि के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी।

मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त

जैसलमेर जिले के वन्य जीव प्रतिपालक मालसिंह जामड़ा ने मुख्यमंत्री से डेजर्ट नेशनल पार्क विकास तथा गोड़ावण संरक्षण के बारे में चर्चा की और सुझाव सौंपे। जामड़ा ने राज्यपक्षी गोड़ावण संरक्षण के संरक्षण-संवद्र्धन के लिए प्रोजेक्ट बनाने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

गोड़ावण संरक्षण के लिए दिए सुझाव,

जामड़ा द्वारा दिए गए सुझाव पत्र में डेजर्ट नेशनल पार्क में गोड़ावण के आश्रय स्थल सुदासरी की दस किमी परिधि को कोर एरिया घोषित करने, वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए गश्ती दलों के गठन, सुदासरी की समीपवर्ती वन भूमि को डीएनपी को हस्तान्तरित कर वन्य जीवों के आश्रय स्थल को हमेशा के लिए बरकरार रखने, वन्य जीवों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों के अतिरिक्त अन्य लोगों तथा पर्यटकों के लिए खुहड़ी से सम सड़क को रात्रि में प्रतिबंधित करने, डीएनपी परिक्षेत्र में आने वाले गांवों के लिए ईको डवलपमेंट कम्यूनिटी कमेटी बनाकर ईको ट्यूरिज्म चलाकर स्थानीय लोगों को रोजगार का प्रबंध करने, गोड़ावण संरक्षण में स्थानीय जनता की सहभागिता में विस्तार, वन्य जीव मित्र मण्डल में स्टाफ की कमी दूर करने, रेंज स्तर पर वाहन की उपलब्धता सुनिश्चित करने, डीएनपी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों को विकट परिस्थितियों में कार्य करने के लिए अतिरिक्त भत्तों की व्यवस्था करने आदि के सुझाव दिए।

डीएनपी अधिकारियों ने पार्क विश्राम गृह में मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

ग्रामीणों की समस्याओं को सुना

मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने डेजर्ट नेशनल पार्क में उनसे मिलने आए क्षेत्रीय ग्रामीणों से चर्चा की तथा सरकारी योजनाओं का फीडबेक लिया। मुख्यमंत्री ने सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी लेने के साथ ही ग्रामीण समस्याओं के बारे में जानकारी ली।
ग्रामीणों ने जामड़ा में उप स्वास्थ्य केन्द्र खोलने का आग्रह किया। इस पर मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया। ग्रामीण भैरूिंसंह एवं अन्य ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री की सहृदयता और सहजता पर मुग्ध होते हुए वर्तमान सरकार के कामों को खूब सराहा तथा इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जाहिर किया।

वनकर्मियों से की चर्चा
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने डेजर्ट नेशनल पार्क पहुंचने पर वहां तैनात वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही कर्मचारियों का भी परिचय प्राप्त किया। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। इस दौरान दो महिला वनकर्मियों मुनेश्री मीणा(करौली निवासी) एवं सुमन राठौड़(जोधपुर) से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने उनके काम-काज के बारे में जानकारी ली। दोनों ने अपने क्षेत्रों में स्थानान्तरण के लिए आग्रह किया। इस पर मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों से इस बारे में चर्चा की।

सम हेलीपेड़ पर मुख्यमंत्री की अगवानी
इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ऊर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्रसिंह एवं पूर्व मंत्री डॉ. चन्द्रभान के साथ शनिवार सवेरे हेलिकॉप्टर द्वारा प्रातः 7.20 बजे सम पहुंचने पर सम हैलीपेड़ पर क्षेत्रीय सांसद हरीश चौधरी, पोकरण विधायक शाले मोहम्मद, जिलाप्रमुख अब्दुला फकीर, नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर एवं जैसलमेर पंचायत समिति के प्रधान मूलाराम चौधरी ने सूत की माला पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा जैसलमेर जिले में आगमन पर अगवानी की।
इस अवसर पर जिला कलक्टर एनएल मीना, जिला पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका आदि कई अधिकारी एवं जन प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। क्षेत्रीय ग्रामीण जन प्रतिनिधियों एवं सरंपचों ने मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों को शाल ओढ़ाकर अभिनंदन किया।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top