ओला को"श्रम"और गिरिजा को "आवास" 

नई दिल्ली
केन्द्रीय मंत्रिमंडल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल कर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से सांसद गिरिजा व्यास और झुंझुनू से सांसद शीशराम ओला तथा कर्नाटक के ऑस्कर फर्नाडिज और आंध्र से केएस राव को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इसके अलावा मणिकराव गावित,जेडी सलीम,सुदर्शन नचियप्पन औरसंतोष चौधरी को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति ने नए मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सबसे पहले 84 साल उम्र के शीशराम ओला को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। ओला तीसरी बार कैबिनेट मंत्री बने हैं तथा राजस्थान के झंुझनू से लोकसभा सांसद है वे 8 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। ओला श्रम मंत्री बनाए गए हैं।

कर्नाटक से राजयसभा सांसद आस्कर फर्नांडिस भी कैबिनेट मंत्री बनाए गए। यूपीए वन में श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री रहे तब संगठन के लिए सरकार से इस्तीफा दिया था। इस बार कैबिनेट मंत्री बने। फर्नांडिस को सड़क हाईवे मंत्रालय दिया गया।

राजस्थान के चितौड़गढ से सांसद गिरिजा व्यास को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। व्यास चार बार लोसभा सांसद चुनी गई हैं। 1985 में पहली बार विधायक बनीं थीं। राजस्थान प्रदेश की अध्यक्ष तथा राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकीं हैं। व्यास को आवास व शहरी विकास मंत्रालय दिया गया है।

आंध्र के ईलूरू से लोकसभा सांसद के.एस.राव 1984 में पहली बार सांसद बने। 5 बार सांसद रह चुके हैं। आंध्र कांग्रेस के महासचिव रह चुके हैं। राव को कपड़ा मंत्री बनाया गया है।

78 साल की उम्र के मणिकराव गावित को राज्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। 1980 में पहली बार विधायक बने। महाराष्ट्र के नंदूबार से सांसद हैं,ये सीट कांग्रेस कभी नहीं हारी। 1981 से लगातार 9 बार लोकसभा चुनाव जीते। यूपीए वन में भी मंत्री रह चुके गावित को सामाजिक कल्याण मंत्री बनाया गया है।

संतोष चौधरी राज्यमंत्री बनीं। पंजाब के होशियारपुर से सांसद हैं। 3 बार लोकसभा चुनाव जीत चुकी हैं। मनमोहन सरकार में दूसरी बार मंत्री बनाया गया है। पहले भी राज्यमंत्री रही हैं। इस बार स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाया गया।

सुदर्शन नचियप्पन तमिलनाडु से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद। तमिल मनिला कांग्रेस छोड़कर कांग्रेस में आए। 1999 में चिदम्बरम को हराया था। नचियप्पन को वाणिज्य राज्यमंत्री बनाया गया है।


खडगे को रेल मंत्रालय

श्रम मंत्री मल्लिकार्जुन खडगे को रेल मंत्रायल में शिफ्ट किया गया है। रेलवे घूसकांड के चलते पवन बंसल ने रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सीपी जोशी को रेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। सीपी जोशी ने रविवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दियाा। जोशी को कांग्रेस महासचिव बनाया गया है। उन्हें कांग्रेस की वर्किग कमेटी में भी शामिल किया गया है। 


चुनावी साल का आखिरी फेरबदल

आम चुनाव के लिए अब एक साल से कम समय रह गया है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की दूसरी सरकार का यह आखिरी फेरबदल है। फेरबदल से पहले शनिवार को केंद्रीय शहरी आवास एवं गरीबी उन्मूलन मंत्री अजय माकन और सड़क परिवहन तथा रेल मंत्री सीपी जोशी ने इस्तीफा दे दिया था जिसे राष्ट्रपति ने रविवार को प्रधानमंत्री की सलाह पर स्वीकार कर लिया। 


प्रधानमंत्री ने हाल में अपनी जापान यात्रा से लौटते हुए कहा था कि मंत्रिमंडल में रिक्त पदों को भरने पर विचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष तृणमूल कांग्रेस के संप्रग सरकार से हटने और उसके बाद गत मार्च में द्रमुक के उससे अलग होने के बाद मंत्रिमंडल में कई पद रिक्त थे। पिछले ही माह पवन कुमार बंसल रेल मंत्रालय और अश्विनी कुमार कानून मंत्रालय से इस्तीफा दे चुके हैं। 

बंसल ने रेलवे में घूसकांड के चलते अपना पद छोड़ा था जबकि कुमार ने कोयला घोटाले में सीबीआई की जांच में हस्तक्षेप के आरोपों के बाद इस्तीफा दिया था। रेल मंत्रालय का अतिरिकत प्रभार जोशी संभाल रहे थे जबकि कानून मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार कपिल सिब्बल को दिया गया जिनके पास पहले से संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय है।

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