आडवाणी पिघले,इस्तीफा वापस
नई दिल्ली। 
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी अपना इस्तीफा वापस ले लिया हैं। आडवाणी के घर मंगलवार शाम भाजपा के नेताओं की आडवाणी के साथ बातचीत हुई। इसी बातचीत में आडवाणी को इस्तीफा वापस लेने के लिए मना लिया गया। करीब एक घंटे चली बातचीत के बाद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने अन्य नेताओं की मौजूदगी में आडवाणी के औपचारिक रूप से इस्तीफा वापस लेने का एलान कर दिया। 

आडवाणी की अनुपस्थिति पर उठे सवाल

खास बात यह है कि इस एलान के दौरान आडवाणी मौजूद नहीं थे। उनकी गैरमौजूदगी पर उठे सवाल पर राजनाथ ने कहा कि खुद उन्होंने आडवाणी को प्रेस कांफ्रेंस में नहीं बुलाया,उन्हें बुलाया जाना सामान्य शिष्टाचार के खिलाफ होता। फिलहाल यह खुलासा नहीं किया गया कि आडवाणी ने इस्तीफा वापस लेने का फैसला किन शर्तों पर किया। इस सारे घटनाक्रम में कौन जीता और कौन हारा। 

आडवाणी ने रखीं तीन शर्तें!

उधर, सूत्र बताते हैं कि आडवाणी ने तीन शर्ते रखीं है जिनमें पीएम उम्मीदवार पर फैसला अभी नहीं हो, पार्टी में संघ की भूमिका पर फिर से विचार हो तथा अन्य सभी मसलों पर संसदीय बोर्ड में विचार होगा। राजनाथ ने प्रेसकांफ्रेंस में माना कि आडवाणी की शिकायत पर मैं खुद गौर करूंगा। उनके उठाए मुद्दों पर विचार होगा। 

मोदी पर लिया फैसला वापस नहीं

मालूम हो कि मंगलवार को राजनाथ सिंह ने पत्रिका से एक विशेष बातचीत में नरेन्द्र मोदी के प्रचार समिति अध्यक्ष के पद पर बने रहने के सवाल पर कहा कि भाजपा में निर्णय वापस नहीं लिए जाते। उन्होंने आडवाणी के इस्तीफे को लेकर पूछे सवाल में कहा कि उनका इस्तीफा मंजूर ही नहीं किया गया है, फिर भाजपा के भविष्य को लेकर चिंता की बात नहीं है। बताया जा रहा है कि आडवाणी को नरेन्द्र मोदी को चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाए जाने पर आपत्ति नहीं है। 

दिनभर चला मनाने का दौर

इससे पहले आडवाणी को मनाने के लिए मंगलवार को भी दिन भर भाजपा और संघ से जुड़े नेताओं का उनके घर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। आडवाणी से जिन नेताओं ने मुलाकात की,उनमें सुषमा स्वराज,नितिन गडकरी,रविशंकर प्रसाद,जसवंत सिंह,उमा भारती,मुरली मनोहर जोशी,एस,गुरूमूर्ति और मुरलीधर राव शामिल थे। 

18 को आडवाणी से मिलेंगे संघ प्रमुख 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर भी आडवाणी से मुलाकात करेंगे। संघ के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी भी आडवाणी को मनाने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत 18 जून को आडवाणी से मुलाकात करेंगे।

आडवाणी के सवालों का जल्द समाधान हो
आडवाणी से मुलाकात के बाद जसवंत सिंह ने कहा कि आडवाणी ने जो प्रश्न उठाए हैं वे मौलिक हैं। पार्टी को उन प्रश्नों का जल्द हल समाधान खोजना होगा। यह पार्टी के साथ साथ राष्ट्रहित में है। हम सभी आडवाणी की चिंता से चिंतित हैं। उम्मीद है कि आडवाणी मान जाएंगे।

आडवाणी के मामले में संघ का हाथ नहीं

राजस्थान के बांसवाड़ा में महाराणा प्रताप की मूर्ति के अनावरण के लिए रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की। राजनाथ ने कहा कि आडवाणी के मामले में संघ ने कोई बयान नहीं दिया है। उनकी संघ के वरिष्ठ नेताओं से बात हुई है। संघ को इस मामले में दोषी न बताया जाए। भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर ने भी कहा है कि इस मामले में संघ को नहीं घसीटा जाए।

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