पधारो म्हारी लाडो अभियान के तहत बाल विवाह रोकथाम के लिए हुआ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बाडमेर।
बाल विवाह सामाजिक अपराध है, जिसे सामूहिक प्रयास कर रोकने की जरूरत है। क्योंकि इससे न केवल बालकबालिका को शारीरिक नुकसान होता, बल्कि वे मानसिक रूप से भी खासे आहत होते हैं। बाल विवाह को दंड या डर से नहीं रोका जा सकता, इसके लिए जागरूकता ही सबसे सशक्त माध्यम है। ये कहना है चौहटन पंचायत समिति प्रधान शमा बानो का, जो गुरूवार को बाल विवाह रोकथाम के लिए आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को संबोधित कर रही थी। जिला स्वास्थ्य भवन में आईईसी अनुभाग, केयर्न इंडिया, हेल्पेज इंडिया व स्माईल फाउंडेशन इंडिया की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह, पीएमओ डॉ. एचके सिंघल व केयर्न अधिकारी शांति चौधरी बतौर अतिथि मौजूद थे।
सीएमएचओ डॉ. सिंह ने महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वे समाज की अहम कड़ी हैं, इसलिए बाल विवाह रोकने में अपनी भूमिका अदा करें। उन्होंने स्वास्थ्य कार्मिकों को भी बाल विवाह के दुश्प्रभावों के प्रति आमजन को जागरूक करने के निर्देश दिए। पीएमओ डॉ. सिंघल ने कहा कि बाल विवाह रोकने के लिए आमजन को भी आगे आना होगा, तभी इस सामाजिक बुराई से छुटकारा मिल पाएगा। कार्यक्रम के दौरान राजकीय नर्सिंग प्रशिक्षण केंद्र के प्राचार्य मीर मोहम्मद, नर्सिंग ट्यूटर शंकर भवानी, मंगलाराम बिश्नोई, आईसीडीएस के सुपरवाईजर दुर्गसिंह सो़ा व जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने संबोधित किया। वहीं छात्रा सूरजकला व शोभा और आशा सहयोगिनी अरूणा व राधा शर्मा ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता एवं विचार गोश्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी, हेल्पेज इंडिया के केदार शर्मा, स्माईल फाउंडेशन इंडिया के संजय जोशी, मूलचंद खीची व सीताराम मौजूद रहे। मंच संचालन जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा ने किया। सीएमएचओ डॉ. सिंह के मुताबिक भाुक्रवार को भी जिला स्वास्थ्य भवन में बाल विवाह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल होंगे।
ये हुए सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान आयोजित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विजेता रहे प्रतिभागी महिपाल, संतोश, अमराराम, आशा चौधरी, परिश्मा, शांति चौधरी, हनुमानराम, दिलीप पालीवाल व दुर्गावती को पुरस्कृत किया गया। जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि विश्व महिला दिवस पर आयोजित विभिन्न स्पर्द्धाओं में विजेता रहे विद्यार्थियों को अतिथियों ने पुरस्कृत किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में दिलीप पालीवाल व हनुमान प्रथम, मोहनलाल व अमराराम द्वितीय, मोतीलाल व महिपाल तृतीय, भाशण प्रतियोगिता में सूरज कला प्रथम, दिलीप पालीवाल द्वितीय व मीना चौधरी तृतीय, महेंदी प्रतियोगिता में उर्मिला प्रथम, सुशीला द्वितीय, सुनीता कुमावत तृतीय, नारे लेखन में सरिता प्रथम, शोभा बालोटिया द्वितीय, रिंकु सेनी तृतीय, निबंध प्रतियोगिता में नीशा कुमारी प्रथम, शोभा बालोटिया द्वितीय व रीटा चौधरी तृतीय स्थान पर रहकर पुरस्कृत हुईं। वहीं उत्कृश्ट कार्य करने वाली आशा सहयोगिनी जमनादेवी, अरूणा गुर्जर, ममता भाटी, शोभा जोशी, गोमीदेवी, लीला परमार, जय श्री, गंगादेवी, मीरांदेवी, गोमती देवी, रेणुका, लतादेवी, अणसी, लक्ष्मीदेवी, कमलादेवी, शोभादेवी, रूकमणी व शांति देवी को पुरस्कृत किया गया।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें