प्रदूषण फैलाने वाला चुकाए कीमत-उपराष्ट्रपति

जयपुर। 
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उपराष्ट्रपति एम हामिद अंसारी का मानना है कि पर्यावरण को बचाना है तो प्राकृतिक संसाधनो की उचित कीमत निर्घारित करनी होगी और प्रदूषण फैलाने वालों को इसकी ऊंची कीमत चुकाने के लिए बाध्य करना होगा। अंसारी शनिवार को जयपुर के पास अचरोल में भारत के नियंत्रक व महालेखापरीक्षक द्वारा निर्मित इंटरनेशनल सेंटर फॉर एनवायरमेंटल ऑडिट एंड सस्टेनेबल डवलपमेंट (आईसैड ) के भवन के उद्घाटन समारोह को सम्बोघित कर रहे थे।


पर्यावरण ऑडिट का प्रशिक्षण देने वाला यह अंतरराष्ट्रीय केन्द्र देश का पहला सरकारी भवन है जिसे हरित भवन के रूप में पांच सितारा रेटिंग मिली है। अंसारी ने इस मौके पर कहा कि पर्यावरण संरक्षण पूरी दुनिया में चिंता का प्रमुख विष्ाय बन गया है। प्राकृतिक संसाधनों के अनुचित दोहन ने जलवायु परिवर्तन की स्थिति पैदा कर दी है और मौजूदा प्राकृतिक संसाधनों का प्रदूषण इस समस्या को और बढ़ा रहा है।


अंसारी ने कहा कि आधुनिक संसाधनों से देश का सकल घरेलू उत्पाद तो बढ़ता है,लेकिन इससे होने वाले पर्यावरण के नुकसान को घटाने के बाद ही हमें वास्तविक उत्पादन का आकलन करना चाहिए। भारत में इतनी बड़ी जनसंख्या की जरूरत पूरी करने के लिए होने वाले उत्पादन को देखते हुए पर्यावरण संतुलन बनाए रखने का बहुत बड़ी चुनौती है और इसका हल यही है कि सरकार मजबूत नीतियां बनाएं और सख्ती से लागू करे। पर्यावरण ऑडिट इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है।


विकास करने वाले जल्दी में है



राज्यपाल मार्गे्रट आल्वा ने कहा कि दुर्भाग्य से ऎसा लग रहा है कि विकास करने वाले कुछ ज्यााद जल्दी में है और पर्यावरण को एक बाधा के रूप में देखते हैं। मेरा मानना है कि पर्यावण ऑडिट इस दष्टि से बहुत जरूरी है। उन्होने कहा कि विकसित देश पर्यावरण के नाम पर विकासशील देशों की आर्थिक नीतियां रोकना चाहते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान वही कर रहे हैं। आल्वा ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण से सबसे ज्यादा गरीब और महिलाएं प्रभावित होती हैं।


इस मौके पर देश के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक विनोद राय ने कहा कि इस केन्द्र में पहला प्रशिक्षण नवम्बर 2013 में शुरू हो जाएगा। उन्होनें कहा कि आज पर्यावरण संरक्षण की सबसे ज्यादा जरूरत है, क्योंकि हम अगली पीढ़ी को सबसे अच्छा तोहफा स्वच्छ पर्यावरण ही दे सकते हैं। केन्द्र की निदेशक मथाई रिबेका ने धन्यवाद दिया। इस मौके पर राजस्थान के पोस्ट मास्टर जनरल ओ एस वीरवाल ने भवन पर आधारित कवर का विमोचन भी कराया।


आश्चर्य जताया



राज्यपाल माग्रेट आल्वा ने केन्द्रीय सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित इस भवन पर आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि मैंने इस विभाग को बहुत देखा है। यह अंतिम समय तक काम करता रहता है और पूछो तो यही कहते हैं कि सब हो जाएगा मैडम। लेकिन यह भवन जयपुर में बने सबसे अच्छे भवनों में से एक है।

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