सर्वंसम्मति से विक्रमसिंह इंद्रोई अध्यक्ष निर्वांचित
- सर्वंश्रेष्ठ कर्मंचारीयों को पुरस्कार व प्रस्सति प्रत्र देकर किया सम्मानित
बाड़मेर !
आम आदमी में बचत को लेकर जितनी संजीदगी है उससे कहीं ज्यादा उसे बचत के लिए प्रेरित करना आवश्यक हैं। आज तेजी से बढ़ रही प्रतिस्प्रद्घा में लोगों का विश्वास जीतकर आगे बढ़ना संजीवनी का मुख्य लक्ष्य हैं। वर्तंमान समय में न केवल बाड़मेर में बल्कि देश भर में बैंकिंग सेक्टर में नए लोग आए है और इन लोगों की भीड़ में हमारी अपनी अलग पहचान भी हमें सलता के द्वार तक ले जाएगी। इसके लिए हमें लोगों से सीधे जुड़ाव रखना होगा और इस जुड़ाव को बरकरार रखने के लिए हमें अपने व्यवहार को हमेशां कुशल रखना होगा। यह कहना है संजीवनी त्र्केडिट कॉपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के अध्यक्ष वित्र्कमसिंह इंद्रोई का। उन्होने यह बात विश्व विख्यात विरात्रा माता धाम चौहटन में संजीवनी त्र्केडिट कॉपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के 5 वें वार्षिंक अधिवेशन में कही। इस अवसर पर इंद्रोई ने कहा कि संजीवनी जीवनदायनी है। हनुमान जी ने संजीवनी बूटी से रामायमण में लक्ष्मण की जान बचाई थी। उन्होने संजीवनी परिवार को चैन की कड़ी बताते हुए कहा कि सहकारिता की संजीवनी है। हमें सहकारिता में गुणवत्ता चाहिए। इंद्रोई ने कहा कि हमें ऐसा पानी नहीं बनना चाहिए जिससे सड़न पैदा हो, हमें तो नदी का पानी बनना है जो कि निरंतर आगे बढ़ता रहे। इसी तरह आगे कदम बढ़ाते रहें जिससे सलता जरुर मिलेगी। आज का दौर लोगों में अपनी साख को बरकरार रखने के लिए मेहनत करने का दौर है। और इस परिपाठी पर संजीवनी ने हमेशां लोगों का विश्वास न केवल जीता है बल्कि उनी उम्मीदों पर भी खरा उतरे हैं।
अधिवेशन समारोह से पूर्वं संचालन मंडल की बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सर्वंसम्मति से वित्र्कमसिंह इंद्रोई को अध्यक्ष निर्वांचित किया गया। अधिवेशन कार्यंत्र्कम का शुभारंभ मां भगवती व तनसिंह जयंती पर दीप प्रज्जवलित कर किया। कार्यंत्र्कम के मुख्य अतिथि अर्जुंनसिंह ने कार्यंत्र्कम को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति पैसे से नहीं अदब, सोच एवं व्यवहार से आगे बढ़ता हैं। उन्होने कहा कि संजीवनी रक्तदान, पौधारोपण सहित कई अन्य समाजसेवी कार्यं किए। सिंह ने इस अवसर पर कहा की समाजहित के संजीवनी कार्यं कर रही हैं िर भी साथ साथ अगर गरीब तबके के मेधावी छात्र - छात्राओं को आर्थिंक सहायता देने की भी बात कही। उन्होने संजीवनी के अध्यक्ष वित्र्कमसिंह के बारे में बोलते हुए कहा कि सिंह ने जो भी कार्यं किया हैं उसमें कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा हैं।
कार्यंत्र्कम को सम्बोधित करते हुए जैन श्री संघ के महामंत्री किशनलाल वडेरा ने कहा कि संजीवनी का भविष्य उज्जवल है क्यों कि संजीवनी के द्वारा किया गया कार्यं जनता के लिए समर्पिंत होता है और ऐसे में अनेकता में एकता की बात करने वाला संजीवनी परिवार हमेशां प्रगतिशील रहेगा। इस मौके पर लक्ष्मणसिंह ने कहा कि छोटी-छोटी पूंजी को एकत्रित करके बड़ा काम किया जा सकता है और ग्रामीण इलाकों में बचत सवर्णिंम भविष्य का आधार बन सकती हैं। संजीवनी द्वारा हर क्षेत्र में छोटी - छोटी जमाओं को एकत्रित करके ग्रामीणों को उसका बड़ा लाभ दिलाना संजीवनी की सबसे बड़ी खासियत हैं।
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्य कार्यंकारी अधिकारी किशनसिंह चूली ने कहा कि आज संजीवनी की सलता सही मायने में सभी अभिकता और कार्यंकताओ की मेहनत का नतीजा है। वर्षों पहले जिस पौधे को समाज के सामने लगाया गया था वह वट वृक्ष के रुप में आज खड़ा है। जिसकी वजह कार्यंकर्तां एवं अभिकताओं की मेहनत हैं। समारोह में विभिन्न जिलों एवं राज्यों से आए अभिकर्तांओ कार्यंकताओं एवे एरिया मैनेजरों ने बैनर प्रस्तुतिकरण किया। उसके पश्चात वर्षंभर में विभिन्न क्षेत्रों में सर्वंश्रेष्ठ कार्यंकरने वालों को पुरस्कार एवं प्रस्सति पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यंत्र्कम का संचालन आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक जर खान सिंधी ने किया। समारोह के अंत में सभी का आभर जालिमसिंह ने किया। इस अवसर पर छुगसिंह इंद्रोई, उम्मेदसिंह विरकाली, महावीरसिंह हरदास का वास, भावना कंवर राठौड़, डूंगरसिंह सोढ़ा, एडवोकेट छगनसिंह लूणू सहित सभी समिति के सदस्य एवं समस्त एरिया मैनेजर, जिलाधिकारी, शाखा प्रबंधकों सहित कर्मंचारी उपिस्थत थे।


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