जवाई राजा चोर के दुश्चरित्र को जनता की अदालत में ले जाएगी पुलिस
बाड़मेर
जवाई रजा चोर के रूप में कुख्यात जिया राम अपनी ढलती उम्र में पुनः सक्रीय हो गया हें वो उन ढाणी यो को निशाना बना रहा हें जन्हा विवाहित महिलाए रहती हें ,जिया राम के सक्रीय होने से पुलिस का सरदर्द बढ़ गया हें .पुलिस अब आम जनता को जिया के बारे में जानकारी देकर हर घर परिवार को उसकी नज़रो से बचने की योजना बनाने में बाड़मेर पुलिस जुट गयी हें .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की काफी समय से खामोश बेठा जिया राम पुनः सक्रीय हो गया हें .दो रोज पूर्व मंडली थानाक्षेत्र से पूलिस ने जिया को किसी वारदात को अंजाम देने की तयारी करते वक़्त गिरफ्तार कर लिया था .उन्होंने बताया की जिया कुछ दिनों से निष्क्रिय था तो पुलिस को लगा की ढलती उम्र के कारण जिया ने वारदातों को अंजाम देना बंद कर दिया .,अगर दो रोज पूर्व पुलिस ने उसे पकड़ लिया था .उन्होंने बताया की जिया राम के दुष्कर्मो तथा चरित्र के बारे में आम जनता को बताया जाएगा इसके बारे में कार्य योजना बने जा रही हें की किस तरह ग्रामीण परिवारों को जिया से बचाया जाए ,जिया के बारे में पूरी जानकारी पेम्पलेट के जरिये सार्वजनिक किया जाएगा .आम जनता को इस शातिर चोर के बारे में पूर्ण जानकारी दी जायेगी .उलेखनीय हें की बाड़मेर जिले के सिणधरी थाना क्षेत्र के निम्बलकोट गांव का निवासी चालीस वर्षीय जीया राम पूरे क्षेत्र में ‘जमाई राजा चोर’ के नाम से कुख्यात हैं। यह ऐसा चोर है, जो रात के अंधेरे में ग्रामीण अंचलों की ढाणियों में जमाई बन कर पहुंचता। रात में कथित पत्नी के साथ सुहागरात मना कर उसी घर में चोरी कर अलस्सुबह भाग जाता।
सिणधरी सहित जिले के विभिन्न थानों में जीया के खिलाफ 18 मुकदमे दर्ज हैं। हाल ही में पुलिस के हत्थे चढ़े जीया राम ने बताया कि उसने पहली वारदात 18 साल की उम्र में की थी। राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह का प्रचलन है। बाल विवाह के बाद गौना होने तक लडकी पीहर ही रहती है। जीया ऐसे घरों का पता करता था, जिन घरों में गौना होना होता था। जीया ऐसी ढाणियों में रात्रि नौ-दस बजे जमाई बन कर पहुंच जाता। ढाणियों में आज भी बिजली नही हैं। ऐसे में जमाई राजा की घर वाले खातिरदारी जमकर करते तथा लडकी को सुहागरात के लिए जमाई के पास भेज देते।
जीया ने बताया कि वह सावधानी रख कर ऐसे घरों का चयन करता, जहां जमाई को शक्ल से कोई ना जानता हो। ग्रामीण अंचलों में आज भी जमाई से घर की महिलाएं नही बोलतीं। जीया ने बताया कि सुहागरात मनाने के बाद घर में ही छोटी-मोटी चोरी कर अलस्सुबह भाग जाता। लोक-लाज के चलते लडकी के घर वाले जीया के खिलाफ छेड़छाड़ तथा चोरी का मुकदमा दर्ज करा इतिश्री कर लेते। जीया के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं। जीया ने बताया कि वह कभी पुलिस द्वारा नहीं पकडा गया। अलबता ग्रामीणों ने कई बार उसकी धुनाई जरूर की है। जीया अब चालीस पार है। घर में अपनी मां के साथ अकेला रहता है। जीया को अब अपने किये पर पछतावा हो रहा है।
जीया ने बताया कि उसने कुल 55 वारदातों को अंजाम दिया, 55 युवतियों के साथ सुहागरात मनाई। पूरे क्षेत्र में बदनाम हो जाने के कारण जीया को कोई लडकी नहीं दे रहा। जीया को अब अपने किये पर पछतावा हो रहा है। सिणधरी थानाधिकारी मूलाराम चौधरी ने बताया कि जीया पूरे जिले में जमाई राजा चोर के नाम से बदनाम था। ग्रामीण लोक-लाज के कारण जीया के खिलाफ बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने की बजाय छेड़छाड़ तथा चोरी के मामले दर्ज कराते थे। उसके खिलाफ इस तरह के तीस से अधिक मामले दर्ज हैं।--
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