कुशल वाटिका के अजनंशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव पर उमड़ा जन सैलाब
प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन विभिन्न कार्यत्र्कम सम्पन्न
बाड़मेर
बाड़मेर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 15 पर स्थित गुरूवर्या प्रमोदश्रीजी की समाधि भूमि पर स्थितकुशल वाटिका के विशालतम, भव्यतम एवं पवित्र प्रांगण में अजनंशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन श्रद्घालूओं का जन सैलाब उमड पड़ा। प्रतिष्ठा कमेटी के संयोजक संघवी तेजराज गुलेच्छा ने बताया कि आज राजगृही नगरी में जन्म कल्याणक का भव्य विधान उपाध्यासय प्रवर मणिप्रभसागरजी म.सा. के पावन निश्रा में एवं पू. साध्वी बहिन म. डॉ. विद्युतप्रभाश्रीजी म.सा. आदि साध्वी मण्डल के पावन सानिध्य में तथा संगीतकार नरेन्द्र भाई वाणीगोता के निदेर्शन में सम्पन्न हुआ। भव्य सजे हुए इस मण्डप में श्रद्घालूओं की भीड़ सुबह से आना प्रारम्भ हो गया। चारों ओर बने नजारे जनता की आंखों को लुभा रहे है। मंच पर शास्त्रीय विधिविधान के अनुसार छपन दिक्कुमारिकाओं ने भव्य प्रस्तुति दी। स्थानीय समाज की छोटी-छोटी लड़कियों ने त्र्कमशः अलग-अलग व गु्रप में चामर, दीपक, मोरपंख, दर्पण आदि के साथ आकर अपने कर्तव्य का पालन किया। उनके नृत्य को देखकर अनेकों दानवीरों ने दिल खोलकर दान की गंगा बहायी। इस कार्यत्र्कम में 56 दिक्कुमारी, इन्द्रासन कंपन, इन्द्र महोत्सव, मेरू पर्वत पर 250 अभिषेक एवं मुम्बई से आई लड़कियों का ग्रुप डांस भी था जिसकी मोहक प्रस्तुति ने जनता को मोह लिया। स्टेज कार्यत्र्कम के बाद नवकारसी के लाभार्थी परिवारों को हाथी के होदे पर बैठाकर भोजन मण्डप में ले जाया गया जहां उनका लाभार्थी परिवारों द्वारा बहुमान किया गया। सुबह की नवकारसी मोहनलाल, द्वारकादास, कन्हैयालाल बेटा भगवानदास डोसी चौहटन, शाम की नवकारसी तेजमल करणमल बोथरा परिवार, नाश्ता चिमनीराम बस्तीराम धारीवाल, बाड़मेर की तर से था। लाभार्थी परिवारों का बहुमान भी किया गया। दोपहर की पूजा का लाभा शंकरलाल ईश्वरदास गोलेच्छा ने लिया। प्रतिष्ठा समिति के संयोजक तेजराज गुलेच्छा ने बताया कि सभी के सहयोग से ही इस कार्यत्र्कम को इतनी भव्यता प्राप्त हुई है। हमें बाड़मेर के प्रत्येक व्यक्ति का सहयोग मिल रहा है। युवक रात दिन परिश्रम कर रहे है। कुशल वाटिका में चल रहे इस भव्य कार्यत्र्कम की चारों ओर चर्चा है। कुशल वाटिका अध्यक्ष भवंरलाल छाजेड ने बताया कि गुरूदेव की असीम अनुग्रह से ही हमारा यह आयोजन आगे बढ़ रहा है। इस कार्यत्र्कम में भोजन, आवास एवं अन्य व्यवस्थाओं में बाड़मेर के सारे मण्डल सहयोग कर रहे है। प्रतिष्ठा कमेटी के समायोजक वियजराज डोसी ने बताया कि गुरूदेव के प्रेम के कारण ही हम बैंगलोर से बाड़मेर आये पर यहां आने के बाद बाड़मेर की जनता का हमें भरपूर सहयोग मिला। रात्रि की भक्ति संध्या दिनेश दिवाना, निखिल सोनगरा, नीता नायक द्वारा भव्य संगीत की प्रस्तुति के साथ-साथ प्रतिष्ठा थीम पर 21 लड़कियों द्वारा गु्रप डांस एवं म्यूजिकल ग्रुप द्वारा संगीत की प्रस्तुति दी गई, जिसने भक्तगणों को खुब झुमाया।
कुशल वाटिका के इस भव्य आयोजन की सुगंध चारों और फैल रही है। बाड़मेर प्रवासी जो चारों ओर फैले हुए है वे सभी बाड़मेर पहुंच रहे है। आज के कार्यत्र्कम का महत्व बताते हुए पू. गुरूदेव ने कहा तीर्थंकर का यह जन्म अंतिम जन्म है। इस जन्म में उन्होंने इतनी महान साधना की कि उनके सारे कर्म समाप्त हो गये। जो परमात्मा की इस भक्ति में डूबता है उसका भी कल्याण हो जाता हैं इस कार्यत्र्कम को नरक के रूप में नही बल्कि भक्ति के रूप में देखना है। तीर्थ प्रेरिका साध्वी विद्युतप्रभाश्री ने कहा यह कुशल वाटिका परिसर आने वाले समय में समाज का गौरव बनेगा। समाज की बहुत सारी आवश्यकताएं यहां से पूरी होगी। प्रचार मंत्री खेतमल तातेड़ ने बताया कि - पूरे परिसर दुल्हन की तरह रंग-बिरंगी रियों, झलरियों, रोशनियों, रंगोली, तोरण द्वारों इत्यादि से सजाया गया। पूरे परिसर में विभिन्न प्रकार की डोम, टेन्ट, आवासीय टेन्ट, विशालतम भोजन पण्डाल, अगल-अगल तरह के स्टेचू, मूर्तियां आदि को परिसर में सजाया गया है।
जे.एन. छाजेड़ प्राथमिक विद्यालय का लोकार्पण-कुशल वाटिका के विशाल प्रांगण में बनी जे.एन. छाजेड़ प्राथमिक विद्यालय का लोकार्पण अत्यन्त भव्य समारोह के साथ सम्पन्न हुआ। विद्यालय का उद्घाटन श्रीमती धाईदेवी धर्मपत्नी नेमीचन्दजी सुपुत्र बाबुलाल, सम्पतराज, पुखराज, मदनकुमार, राकेशकमुार ने किया। समारोह को सम्बोधित करते हुए उपाध्याय प्रवरश्री मणिप्रभसागरजी म.सा. ने कहा - इस विद्यालय में शिक्षित होकर बच्चे देश, समाज, संघ एवं परिवार का कल्याण करें। कर्तव्य पालन करते हुए अध्यात्म पथ पर चलकर आत्मा की उन्नति करें, इसी में दानदाता एवं प्रेरणादाता की प्रसन्नता है। विद्यालय प्रेरिका बहिन म. डॉ. साध्वी श्री विद्युतप्रभाश्रीजी म.सा. ने कहा श्राविका धाईदेवी की भावनाओं का साकार रूप है यह विद्यालय, उनकी लम्बे समय की भावना आज पूर्ण हुई है। आज इस आयोजन में नेमीचन्दजी की उपिस्थति होती तो ओर आनन्द आता। कार्यत्र्कम पश्चात लाभार्थी परिवार का बहुमान किया गया।
कार्यालय का लोकार्पण -
कुशल वाटिका के विराट संकुल में कुशल वाटिका कार्यालय का भव्य उद्घाटन डोसी परिवार द्वारा किया गया। इस कार्यालय का निर्माण भगवानदासजी डोसी चौहटन की स्मृति में उनके सुपुत्र डॉ. मोहनलाल, द्वारकादास, कन्हैयालाल परिवार द्वारा करवाया गया। डोसी परिवार की प्रशंसा करते हुए पू. गुरूदेव ने कहा -शासन में यह परिवार सदैव योगदान करता रहता है। यह कार्यलय भी उनकी उदारता एवं शासनप्रेम का प्रतीक है।
आज के कार्यत्र्कम-
प्रातः परमात्मा के 18 अभिषेक, देव-देवी अभिषेक, ध्वजदंड, प्रसाद, कलशादि अभिषेक, दादागुरूदेव अभिषेक, 9.30 बजे पि्रयवंदा दासी द्वारा बधाई, नाम स्थापना, पाठशाला गमन, पंचकल्याणक महोत्सव, दोपहर आदिनाथ पंचकल्याण, नाश्ता, नवकारसी इत्यादि के साथ रात्रि में संगीतकार विश्वास रॉय (सोनी टीवी इण्डियन आइल फेम) एवं दीपिका कुमावत (बूगी-बूगी डांस) तथा ग्रेट इंडियन लाफ्टर चेलेन्ज एवं मैजिक शो, म्यूजिकल ग्रुप द्वारा सामूहिक संगीत की प्रस्तुति दी जायेगी।
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