गाडोलिया लौहारों को मिलेगा आशियाना : चौधरी 

बाड़मेर
जिले के पचास गाडिया लोहार परिवार अब अपना स्थाई आवास निर्माण कर सकेंगे। इसके लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से जारी राशि स्वीकृति पत्र सांसद हरीश चौधरी ने शुक्रवार को दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि घुमंतु जीवन व्यतीत करने वाले कई गाडोलिया लोहार परिवार ग्रामीण क्षेत्रों में स्थाई रूप से बसना चाह रहे हैं। कई स्थानों पर ग्राम पंचायत इन्हें निशुल्क भूमि उपलब्ध करवाई है। आवास योजना के तहत इन परिवारों को लाभान्वित करने के लिए प्रयास जारी थे। इसको लेकर नियमों में शिथिलता दी गई है जिससे गाडिया लोहारों को पूर्व में जाति प्रमाण भी इस नाम से नहीं दिए जा रहे थे इसका भी प्रावधान करवाया गया है। सरकार अंतिम व्यक्ति तक जनहितकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रयासरत है। जिले में आगामी वर्ष तक बीपीएल परिवारों को इंदिरा आवास योजना एवं मुख्यमंत्री बीपीएल आवास योजनांतर्गत आवास मुहैया करवाए जाएंगे। समाज कल्याण अधिकारी रेवंत सिंह ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन परिवारों को प्रथम किश्त की राशि सीधे इनके बैंक खातों में जमा होगी। दाखा सरपंच मोहन सिंह ने इसके लिए सांसद का आभार जताया। कार्यक्रम में बायतू प्रधान सिमरथाराम, बजरंगराम खोखसर, समाजसेवी छगन जोगसन, हंसराज गोदारा सहित ग्रामीण मौजूद थे। लाभार्थी परिवार की वृद्धा गीगी देवी, सुखी देवी पदमाराम ने स्वीकृति पत्र प्राप्त कर सरकार का आभार जताया। लाभार्थी गुमनाराम ने कहा कि दो वर्षों से इस योजना में आवेदन कर रखा था कई बार कागजात बनवाए लेकिन आज उनके मकान का सपना पूरा हो गया। योजनांतर्गत रेवाडा जैतमाल बालोतरा के 17, थोब के 2, गडरारोड के 1, खोखसर के 5, बाटाडू के 3, छाछरलाई कला के 1, भीमडा बायतू के 3, दाखा सिणधरी के 16 एवं नेहरू नगर बाड़मेर के 2 गाडिया लोहार परिवार को स्वीकृति राशि के रूप में प्रथम किश्त की राशि 15 हजार रुपए जारी की है। 

योजना क्या है : महाराणा प्रताप आवास योजनांतर्गत गाडिया लोहारों को स्थाई रूप से बसाने के उद्देश्य से अनुदान स्वीकृत किया जाता है। इंदिरा आवास योजना की तर्ज पर पूर्व में योजनांतर्गत 35 हजार रुपए सहायता राशि का प्रावधान था। इसे दिसंबर 2011 से बढ़ाकर 45 हजार रुपए किया गया। यह राशि तीन किश्तों में निर्माण कार्य की प्रगति के अनुसार दी जाती है। 

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top