जल्द चुनाव की तैयारी तो नहीं? 
नई दिल्ली।
बजट सत्र से पहले संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को फांसी पर लटकाने से संकेत मिल रहे हैं कि लोकसभा चुनाव समय से पहले हो सकते हैं। यूपीए सरकार सितंबर-अक्टूबर 2013 में लोकसभा चुनाव कराने की तैयारी में हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव अप्रेल-मई 2014 में होने हैं। सरकार अफजल गुरू और मुंबई हमले के गुनहगार अजमल आमिर कसाब की फांसी को भुनाना चाहती है। आपको बता दें कि कसाब को भी संसद के शीतकालीन सत्र से पहले फांसी दी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक अफजल को फांसी पर लटकाने का फैसला कांग्रेस की कोर ग्रुप की बैठक में लिया गया था। ऎसा भाजपा के हिंदुत्व के एजेंडे की काट के लिए किया गया। कसाब को 21 नवंबर 2012 में पुणे की यरवदा जेल में फांसी पर लटकाया गया था। इसके बाद सरकार पर अफजल गुरू को फांसी दिए जाने का दबाव बन रहा था। ऎसे में सरकार ने यह फैसला लेकर राजनीतिक संदेश देने की भी कोशिश की है। 
सूत्रों के मुताबिक यूपीए सरकार अच्छा बजट देगी। इससे सरकार को विपक्ष के उस आरोप का जवाब देने का मौका मिलेगा कि वह देश की आर्थिक हालत को सुधारने में नाकाम रही है। 2013 में ही कई राज्यों चुनाव होने हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगियों को इन चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। अगर ऎसा होता है तो सरकार समय से पहले लोकसभा चुनाव करा सकती है। कहा जा रहा है कि नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को रोकने के लिए भी सरकार ने यह कदम उठाया है।

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