घर-घर जाकर गहनता से होगा सर्वे, लापरवाही पर होगी कार्रवाई 
बाडमेर।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जितेंद्रसिंह ने सभी खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को स्वाइन फ्लू को लेकर विशेश सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने टीमें गठित कर घरघर जाकर सर्वे करने के सख्त निर्देश दिए हैं। सर्वे करने के दौरान आईएलआई (इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस) के मरीजों को स्वाइन फ्लू की नि:शुल्क दवा भी दी जाएगी। इस संबंध में अति. निदोक (ग्रा.स्वा.), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, जयपुर ने भी एहतियात बरतने के आदेश जारी किए हैं। 
सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने बताया कि गंभीर मरीजों को तुरंत प्रभाव से जिला अस्पताल अथवा राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रैफर करने के लिए खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को लिखित आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि मरीज की टेसिंग करें कि मरीज जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में गया अथवा नहीं। वहीं खण्ड के अधीनस्थ सभी चिकित्सा संस्थानों पर स्वाइन फ्लू की दवाएं उपलब्ध करवाने एवं रोगी के पॉजिटिव आने पर क्षेत्र में आवयक कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि अब जो भी गर्भवती महिलाएं चिकित्सा संस्थानों में आएंगी उनकी प्रसव पूर्व जांच के साथ ही खांसी, जुकाम आदि की जांच की जाएगी। वहीं उन्हें स्वाइन फ्लू के रोकथाम के लिए प्रोफाईलेक्टिक (बीमारी से पूर्व बचाव) उपचार किया जाएगा। सभी को निर्देशित किया गया है कि हर संभव प्रयास कर स्कूलों, सार्वजनिक समारोहों, कार्यक्रमों एवं अन्य स्थलों पर प्रचारप्रसार कर आमजन को जागरूक करें। 

घबराएं नहीं, जांच करवाएं 
सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने आमजन से अपील की है कि स्वाइन फ्लू से घबराए की जरूरत नहीं है, क्योंकि इससे बचाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मामूली खांसी, जुकाम होने पर भी लापरवाही नहीं बरतें एवं तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में जांच करवाएं। डॉ. सिंह ने कहा कि सर्दी जुकाम, गले में दर्द, बुखार के साथ तेज सिर दर्द, दस्त आदि स्वाइन फ्लू के लक्षण हो सकते हैं। इसलिए तुरंत ईलाज करवाना जरूरी होता है। वहीं इन दिनों भीड़भाड़ वाले स्थानों से हर संभव प्रयास कर परहेज करें और सर्दी जुकाम व्यक्ति से थोड़ी दूरी बनाकर बातचीत करें।

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