वर्षा जल संग्रहण सिस्टम को गंभीरता से ले हम 
बाड़मेर
समय-समय पर बारिश की बूंद-बूंद को सहेजने का आह्वान होता है। सरकारी प्रयास भी होते हैं। लेकिन खामियों की वजह से लक्ष्य पूरा नहीं हो पाता। राजस्थान राज्य में पंचायत स्तर तक के सरकारी भवनों और बड़े सरकारी स्कूलों में वर्षा जल संग्रहण के लिए ढांचे स्थापित किए गए। इनसे बारिश के पानी को एकत्र कर टांकों या नलकूपों में डाला गया। उद्देश्य पावन था कि बारिश के पानी से भू-जल स्तर को बरकरार रखा जा सके। बारिश का पानी व्यर्थ न बहे।और अब इस तरह के आधारों से शहर को भी पीछे नही चोद जायेगा यह बात स्वायत शाषन मंत्री शांति धारीवाल ने कही . सीसीडीयू के आईइसी कंसल्टेंट अशोक सिंह ने बताया की स्वायत शाषन मंत्री शांति धारीवाल के बाड़मेर प्रवास के दोरान सीसीडीयू के आई इ सी अनुभाग ने उनसे रेतीले बाड़मेर में सीसीडीयू द्वारा करवाए गए कार्यो को विस्तार से बताया तथा रेतीले बाड़मेर में ग्रामीण इलाको के साथ साथ शहरी इलाके में भी वर्षा जल संग्रहण के महती आवश्यकता पर बल देने की बात कही। सीसीडीयू के आईइसी कंसल्टेंट अशोक सिंह से बर्षा जल संग्रहण पर बल देते हुए स्वायत शाषन मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि इस योजना के तहत लोग अपने घरों की छतों पर वर्षा जल के संग्रहण हेतू भण्डारण टैंकों का निर्माण कर सकते हैं ताकि व्यर्थ बहने वाले वर्षा जल को एकत्रित करके इसका उपयोग लोग शौचालय, कपड़े धोने, किचन गार्डिंनिंग इत्यादि में किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेजी से पिघलते ग्लेशियरों तथा भू-जल के स्तर में कमी होने के कारण लोगों को पानी का सदुपयोग करना समय की आवश्यकता बन गया है, जिसके लिये सभी लोगों को जल संरक्षण के तरीके अपनाने जरूरी हैं।साथ ही उन्होंने नगर परिषद द्वारा बनने वाले सभी भवनों में जल संग्रहण सिस्टम को अनिवार्य रूप से लगाने की बात पर भी बल दिया

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top