बेल के शतक से इंग्लैंड ने बचाया सम्मान
धर्मशाला।
ओपनर इयान बेल (नाबाद 113) के शानदार शतक से इंग्लैंड ने पाचवें और आखिरी एकदिवसीय मैच में रविवार को टीम इंडिया को धर्मशाला के नए नवेले मैदान में सात विकेट से हराकर भारत दौरे का समापन जीत के साथ कर दिया। भारत ने पांच मैचों की सीरीज 3-2 से जीत ली। इंग्लैंड ने भारत को 49.4 ओवर में 226 रन पर थामने के बाद 47.2 ओवर में तीन विकेट पर 227 रन बनाकर आसान जीत हासिल की। मैन आफ द मैच बेल ने 143 गेंदों पर 13 चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 113 रन की मैच विजयी पारी खेली और साथ ही एकदिवसीय क्रिकेट में 4000 रन भी पूरे कर लिए। बेल ने इयोन मोर्गन (नाबाद 40) के साथ चौथे विकेट की मैच विजयी अविजित साझेदारी में 11.4 ओवर में 84 रन जोडे। मोर्गन ने 40 गेंदों पर नाबाद 40 रन में तीन छक्के ठोके।
धर्मशाला स्टेडियम में खेले गए पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड ने हर लिहाज से बेहतर प्रदर्शन किया। तेज गेंदबाज टिम ब्रेसनन ने 45 रन पर चार विकेट लेकर भारत के शीर्ष क्रम को झकझोरा और फिर बेल ने नाबाद शतक ठोककर अपनी टीम का सम्मान बचा लिया। इंग्लैंड ने राजकोट में पहला वनडे और धर्मशाला में आखिरी वनडे जीता। इसके बीच कोच्चि, रांची और मोहाली में खेले गए तीन वनडे भारत के नाम रहे। बेल ने कप्तान एलेस्टेयर कुक (22) के साथ पहले विकेट के लिए 53 रन जोडे। कुक को इशांत शर्मा ने बोल्ड किया। केविन पीटरसन छह रन बनाकर शमी अहमद का शिकार बने। लेकिन बेल ने जोरूट (31) के साथ तीसरे विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को जीत की राह पर डाल दिया। रूट को लेफ्ट आर्म स्पिनर रवीन्द्र जडेजा ने बोल्ड किया। बेल ने मोर्गन के साथ अपनी टीम को जीत की मंजिल पर पहुंचा दिया। बेल ने 124वें वनडे में अपना तीसरा शतक लगाया और इसके साथ ही 4000 रन भी पूरे किए। भारत की तरफ से शमी अहमद ने 46 रन पर एक विकेट, इशांत ने 37 रन पर एक विकेट और जडेजा ने 26 रन पर एक विकेट लिया।
इससे पहले सुरेश रैना (83) की अर्द्धशतकीय पारी के बावजूद टीमइंडिया 49.4 ओवर में मात्र 226 रन पर ढेर हो गई। रैना के अलावा भारत का कोई भी बल्लेबाज अर्द्धशतक तक नहीं पहुंच पाया। रवीन्द्र जडेजा ने 39, भुवनेश्वर कुमार ने 31 और ओपनर गौतम गंभीर ने 24 रन का योगदान दिया। भारत की आधी टीम 79 रन तक पवेलियन लौट चुकी थी लेकिन रैना ने फिर पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ अहम साझेदारियां करते हुए भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। बाएं हाथ के रैना ने 98 गेंदों में आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 83 रन बनाए और वह सातवें विकेट के रूप में टीम के 177 रन के स्कोर पर आउट हुए। रैना ने जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 78 रन की अहम साझेदारी की। रैना ने अपनी इस पारी के दौरान वनडे क्रिकेट में 4000 रन भी पूरे कर लिए।
इंग्लैंड ने टास जीतकर पहले भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारत की शुरूआत हाहाकारी रही और पिछले मैच में शानदार पारी खेलने वाले रोहित शर्मा इस बार चार रन पर ही ठिठक गए। उन्हें टिम ब्रेसनन ने दूसरी स्लिप पर जेम्स ट्रेडवैल के हाथों कैच कराया। टीम इंडिया अभी इस झटके से संभल भी नहीं पाई थी कि ब्रेसनन ने अगली ही गेंद पर उसे एक और तगड़ा झटका दे दिया। स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (शून्य) भी उसी फैशन में आउट हुए जिस तरह उनके पूर्ववर्ती रोहित का विकेट गिरा था। यानी वह भी दूसरी स्लिप पर ट्रेडवैल के हाथों लपके गए। युवराज सिंह को स्टीवन फिन ने प्वाइंट पर इयोन मोर्गन के हाथोंकैच कराते हुए भारत का स्कोर तीन विकेट पर 24 रन कर दिया। युवराज ने तीन गेंदों का सामना किया और वह भी खाता खोलने में नाकाम रहे। इसके बाद गंभीर और रैना टीम के स्कोर को 49 रन तक ले गए। गंभीर 42 गेंदों में पांच चौकों के सहारे 24 रन बनाकर ट्रेडवैल काशिकार बन गए। उन्हें इयान बेल ने प्वाइंट पर कैच किया। भारत का स्कोर 49 रन था और उसके शीर्ष चार बल्लेबाज पवेलियन कूच कर चुके थे। रैना ने फिर कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी (15) के साथ स्कोर को आगे बढ़ाया।
टीम का स्कोर अभी 79 रन ही पहुंचा था कि रैना और धोनी की जुगलबंदी भी टूट गई। धोनी 23 गेंदों मे दो चौकों के सहारे 15 रन ही बना सके और फिन की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। हालांकि एक छोर पर जमकर खेल रहे रैना को इसके बाद जडेजा के रूप में अच्छा जोड़ीदार मिला। रैना और जडेजा ने संभलकर खेलते हुए टीम को नाजुक स्थिति से उबारा। इस वामहस्त जोड़ी ने छठे विकेट के लिए 78 रन जोडे। भारत के 100 रन 26.5 ओवर में पूरे हुए। इस दौरान रैना ने 71 गेंदों में पांच चौकों और दो छक्कों के सहारे अपना 28वां अर्द्धशतक पूरा किया। जडेजा 65 गेंदों में एक चौका और दो छक्के उड़ाने के बाद ट्रेडवैल की गेंद पर बेल के हाथों लपके गए।
रैना और रविचंद्रन अश्विन (19) टीम के स्कोर को 177 तक ले गए। लेकिन इसी स्कोर पर रैना को क्रिस वोक्स ने बेल के हाथों कैच कराते हुए उनकी शानदार पारी का पटाक्षेप कर दियाा। उनका विकेट 42वें ओवर में गिरा। अश्विन और युवा आलराउंडर भुवेश्नर ने आठवे विकेट के लिए 34 रन जोडे। अश्विन को समित पटेल ने फिन के हाथों कैच कराया जबकि भुवनेश्वर आखिरी ओवर में बे्रसनन का शिकार बने। भुवनेश्वर ने 30 गेंदों में पांच चौके उड़ाते हुए 31 रन का अहम योगदान दिया। ब्रेसनन ने फिर शमी अहमद (एक) को अपनी ही गेंद पर कैच करते हुए भारी पारी समेट दी। इंग्लैंड की ओर से व्रेसनन ने 9.4 ओवर में 45 रन देकर चार विकेट लिए जबकि फिन और ट्रेडवैल को दो-दो विकेट मिले। वोक्स और पटेल ने एक-एक विकेट लिया।
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