पोंटी मर्डर केस: नामधारी ने पलटा बयान 
नई दिल्ली/देहरादून। 
यूपी के सबसे बड़े शराब कारोबारी पोंटी चड्ढ़ा और उसके भाई की हत्या मामले में शनिवार को तब नया मोड़ आ गया जब गिरफ्तार आरोपी और प्रमुख गवाह सुखदेव सिंह नामधारी ने कोर्ट में हत्या से इनकार कर दिया। इससे पूर्व दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को कहा था कि नामधारी ने पोंटी के भाई हरदीप पर गोली चलाई थी। इस बयान के बाद कोर्ट ने नामधारी को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस को शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा एवं उसके भाई हरदीप चड्ढा हत्याकांड के प्रमुख गवाह सुखदेव सिंह नामधारी को शुक्रवार को उत्तराखंड में गिरफ्तार किया था। चड्ढा बंधुओं की 17 नवम्बर को दिल्ली स्थित एक फार्महाउस में कथित तौर पर आपसी गोलीबारी में मौत हो गई थी।
दिल्ली पुलिस उपायुक्त छाया शर्मा ने कहा था कि नामधारी को घुसपैठ के आरोप में गिरफ्तार किया गया है लेकिन हम हत्याकांड में उसकी संलिप्तता से इनकार नहीं कर रहे। सूचना मिलने पर हमने गुरूवार को एक टीम उत्तराखंड भेजी थी जिसके बाद नामधारी की गिरफ्तारी हुई। छतरपुर में गोलीबारी की प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद नामधारी लापता हो गया था। नामधारी गोलीबारी के समय घटनास्थल पर मौजूद था।
गिरफ्तारी के बाद नामधारी ने कहा कि मैं पहले से ही कहता आया हूं कि मैं उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन पोंटी के साथ था। मैं पोंटी चरू`<ा को 1994 से जानता हूं। मैं उसे अस्पताल ले गया और प्राथमिकी भी दर्ज कराई। उत्तराखंड सरकार ने गोलीबारी में नाम आने पर नामधारी को आयोग के अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। नामधारी के खिलाफ हत्या,हत्या के प्रयास,डकैती एवं कई अन्य आपराधिक मामलों के तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।जब छाया शर्मा से पूछा गया कि क्या नामधारी घटना में संदिग्ध है तो उन्होंने कहा कि वर्तमान में सभी पर संदेह है। हम किसी को पाक साफ करार नहीं देने जा रहे हैं। यह अदालत का काम है। इस मामले से जुड़े सभी लोग घुसपैठ के साथ हत्या के भी आरोपी हैं।

नामधारी के लोगों पर शक!
पुलिस का मानना है कि इस हत्याकांड से पहले नामधारी के लोगों ने छतरपुर स्थित इस विवादास्पद फॉर्महाउस पर नियंत्रण जमाने में पोंटी का साथ दिया गया होगा। संपत्ति के विवाद में दोनों पक्षों की ओर से गोली चलने पर पोंटी व हरदीप की जान गई थी। 
17 नवंबर को हुए इस हत्याकांड के दिन सुबह 11 बजे पोंटी के लोग कथित रूप से फार्महाउस में आए थे। उन्होंने हवा में गोलियां चला कर हरदीप के कर्मचारियों से उनके मोबाइल ले लिए थे। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार नामधारी के कुछ लोग भी इसमें शामिल थे। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह अभी जांच कर रही है।

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