खुदकुशी केस में कांग्रेसी महिला पार्षद का पति गिरफ्तार
दिल्ली. 
पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई पूर्व इलाके से कांग्रेस की महिला पार्षद सत्यम यादव और उनकी डेढ़ वर्षीय बेटी वंशिका की मौत का रहस्‍य अब भी बरकरार है। पुलिस ने सत्‍यम के पति पवन यादव को आज गिरफ्तार कर लिया। प्रथम दृष्टया यह मामला बेटी को मौत की नींद सुलाने के बाद पार्षद द्वारा खुदकुशी करने का लग रहा है। हालांकि महिला पार्षद के परिजन उसके ससुराल वालों पर दहेज हत्या का आरोप लगा रहे हैं।
पत्‍नी, बेटी की मौत में पार्षद का पति गिरफ्तारमध्य जिला के अतिरिक्त आयुक्त वी. रंगनाथन का कहना है कि मौके का मुआयना करने के बाद मां-बेटी के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस बाबत ठोस तौर पर कुछ कहा जा सकता है। मुआयना करने गई पुलिस टीम को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।रंगनाथन के अनुसार पुलिस कंट्रोल रूम को गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे सूचना मिली थी कि नांगलोई पूर्व की महिला पार्षद ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है।मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि सत्यम यादव नामक महिला पार्षद पंखे से लटकी हुई थी, जबकि उसकी डेढ़ वर्षीय बेटी वंशिका बेड पर मृत हालत में पड़ी हुई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत क्राइम टीम को भी मौके पर बुला लिया गया था। क्राइम टीम ने मौके से अहम सुराग लेने के बाद दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल भेज दिया है। मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार मौका-ए-हालात को देखते हुए यही लग रहा है कि सत्यम यादव ने पहले अपनी बेटी वंशिका की हत्या की होगी, उसके बाद फांसी लगाकर मौत को अपने गले लगा लिया होगा।
पुलिस सत्यम के ससुराल और मायके पक्ष से पूछताछ कर रही है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि आखिरकार उसने अपनी बेटी को मारने के बाद आत्महत्या जैसा कठोर कदम क्यों उठाया?
हत्या-आत्महत्या की पहेलियों में फंसी सत्यम-वंशिका की मौत : ससुराल पक्ष के दावों और मायके वालों के आरोपों के बीच सत्यम-वंशिका की मौत की पुलिस के लिए नई पहेली बन गई है। सत्यम के भाई प्रशांत सिंह का आरोप है कि शादी के बाद से उसकी बहन का दहेज के लिए उत्पीड़न किया जा रहा है। दहेज के लालच में आकर ससुराल वालों ने उसकी बहन और भांजी का कत्ल किया है।
सत्यम पार्षद नहीं अध्यापिका बनना चाहती थी : 
प्रशांत सिंह के अनुसार सत्यम पार्षद नहीं बल्कि शिक्षिका बनना चाहती थी। नगर निगम चुनावों में नांगलोई पूर्व की सीट महिला के लिए आरक्षित किए जाने के बाद उसके ससुराल वालों ने उस पर चुनाव लड़ने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। ससुराल वालों के अत्याचारों से आजिज आकर उसने चुनाव लड़ने के लिए हां की थी। प्रशांत के अनुसार सत्यम की सास खुद भी चुनाव लड़ना चाहती थी। अपनी चाहत पूरी न होता देख उसने सत्यम के साथ बुरा बर्ताव करना शुरू कर दिया था।
बेटी होने से भी थे ससुराल वाले नाराज : सत्यम की मां सत्यवती ने आरोप लगाए हैं कि शादी के बाद उनकी बेटी ने एक बच्ची को जन्म दिया। इसको लेकर उसके ससुराल वाले अक्सर उसे प्रताड़ित करते रहते थे। वे बेटे की चाहत रखते थे, लिहाजा पहले दहेज और बाद में बच्ची को आधार बनाकर उसके ऊपर अत्याचारों की हद पार कर दी थी।
जन्मदिन बना मरण दिन : 
इस मामले में एक दुखद पहलू यह भी है कि गुरुवार को सत्यम का जन्मदिन भी था। सत्यम 25 वर्ष की हो गई थीं। सत्यम के मायके वालों का कहना था कि वे उसके जन्मदिन का जश्न मनाना चाहते थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि इसी दिन उनकी बच्ची इस दुनिया से अलविदा कह देगी। सत्यम और वंशिका की मौत से उनके परिजन गहरे सदमे में हैं।
पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों का पैनल गठित करने की मांग : 
सत्यम के परिजनों ने पोस्टमार्टम की निष्पक्ष रिपोर्ट के लिए पुलिस-प्रशासन से डॉक्टरों के एक पैनल का गठन करने की मांग की थी। हालांकि पुलिस-प्रशासन ने प्रशांत की मांग को नजरअंदाज करते हुए संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल के चिकित्सकों से गुरुवार देर शाम सत्यम और वंशिका का पोस्टमार्टम करा दिया था। नांगलोई स्थित इसी मकान में महिला पार्षद का शव फांसी से लटका और उनकी बेटी का शव बेड पर पड़ा मिला।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top