परिवहन सेवा को बेहतर बनाने के गंभीर प्रयास जारी
जैसलमेर,
8 नवम्बर/जैसलमेर जिले में परिवहन प्रबंधों को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयासों को मजबूती दी जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन, परिवहन विभाग, पुलिस प्रशासन एवं सभी सम्बंधित विभागों के समन्वित व सामुहिक गतिविधियों का संचालन किया जाएगा एवं निरीक्षणों पर जोर दिया जाएगा।परिवहन व यातायात गतिविधियों की विस्तार से समीक्षा
बैठक में परिवहन व्यवस्थाओं को अधिक सुविधाजनक, पारदर्शी एवं उत्तरदायी बनाने, शहरी यातायात प्रबंधों में सुधार व यातायात नियमों के प्रचार-प्रसार, नवीन मार्ग खोलने तथा विभिन्न रुटों पर बस सुविधा का संचालन, बस स्टैण्ड व बस स्टॉप के निर्धारण व व्यवस्थाओं में सुधार, अवैध वाहनों का संचालन रोकने,क्षमता से अधिक सवारियां लेकर चलने वाले वाहनों का संचालन रोकने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने तथा सड़क सुरक्षा, निजी जीपों, ट्रेक्टर एवं अन्य गैर परिवहन वाहनों में सवारी बैठने पर नियंत्रण, सड़क सुविधाओं के विकास और विस्तार ,वाहनजनित प्रदूषण नियंत्रण करने, भार वाहनों में ओवरलोडिंग पर नियंत्रण आदि तमाम विषयों पर चर्चा की गई।
जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने जिले की परिवहन व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने जैसलमेर नगर में बेतरतीब खड़े व यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनों को उठाने के लिए जैसलमेर नगर परिषद से छोटी क्रेन क्रय करने को कहा।बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर नियंत्रण के लिए ब्रिथ एनेलाईजर उपकरण के प्रयोग को बढ़ावा देने, खतरनाक मोड़ व पशुओं के विचरण वाली सड़कों पर रात्रिकालीन पविहन सुविधा की दृष्टि से संकेतक लगाने पर जोर दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूरे प्रदेश में हैलमेट अनिवार्य है तथा इस व्यवस्था को लागू किए जाने पर विचार किया जाएगा।
यूआईटी के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने शहर में बेहतर पार्किंग व्यवस्था और यातायात सुविधाओं में बढ़ोतरी पर जोर दिया। जिला कलक्टर ने सभी सम्बंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे जिले की परिवहन व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने में सहयोग दें।जिला परिवहन अधिकारी अनिल पण्ड्या ने पूर्ववर्ती बैठक का विवरण पेश किया तथा परिवहन व्यवस्थाओं में सुधार के बारे में विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ, पुलिस उपाधीक्षक शायरसिंह, मनोनीत सदस्य राजकुमार भाटिया आदि ने विचार रखे।
राजस्व/ उपनिवेशन अधिकारियों की बैठक 21 नवम्बर बुधवार को
जैसलमेर, 8 नवम्बर/ जिले मे राजस्व एवं उपनिवेशन अधिकारियों की बैठक 21 नवम्बर 2012 -बुधवार प्रातः 11 बजे जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रट सभागार में रखी गई है। प्रभारी अधिकारी ( राजस्व ) परशुराम धानका ने बताया कि बैठक में लम्बित प्रकरणों के संबंध में विस्तार से विचार-विमर्र्श किया जाएगा।
मिठाई की दुकानों की जांच की, कम तोल पर दो दुकानों के बनाएं अभियोग
जैसलमेर, 8 नवम्बर/ सहायक नियंत्रक विधिक माप विज्ञान रामरतन मरवण के निर्देशन में निरीक्षक विधिक माप विज्ञान एस.आर. देवासी जैसलमेर द्वारा जैसलमेर ,पोकरण, लाठी, चान्दन आदि में मिठाईयों की दुकान की आकस्मिक जांच की गई।जांच के दौरान चांदन में भी जोधपुर स्वीट व श्री जगतम्बा स्वीट द्वारा मिठाई बजन में 1 किलाग्राम में 100 ग्राम मिठाई कम देना पाया गया। इन दोनो दुकानदारो के विरुद्ध विधिक माप विज्ञान अधिनियम2009 की धारा 10 के तहत अभियोग बनाये गये ।उन्होने जैसलमेर जिले के सभी मिठाई विक्रेताओ को सूचित किया है कि वे मिठाई के साथ खाली डिब्बा नही तोले व खाली डिब्बे का बजन अलग से तौल कर दें। उन्होंने सभी दुकानदारों को कहा कि वे अपने प्रतिष्ठान में मिठाई के खाली डिब्बे के बजन की सूची सदृश्य स्थान पर लगा कर रखें।
पेंशनधारियों के खाता संख्या 25 नवम्बर तक कोष कार्यालय में प्रस्तुत करें
जैसलमेर, 8 नवम्बर/ जिला कोषाधिकारी रश्मि बिस्सा ने जिले के तीनों पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर आग्रह किया है कि वे अपने अधीनस्थ ग्रामसेवकों को पाबंद करें कि उनकी ग्राम पंचायत में विधवा/ वृद्धावस्था एवं विकलांग पेंशन धारियों से उनके पोस्टऑफिस या बैंक का खाता संख्या प्राप्त कर कोष कार्यालय जैसलमेर में 25 नवम्बर तक प्रस्तुत करें ताकि सभी पेंशन धारियों को ऑनलाईन भुगतान किया जा सके।
ऑनलाईन विपत्र ही स्वीकार किए जाएंगे
जैसलमेर, 8 नवम्बर/ जिला कोषाधिकारी रश्मि बिस्सा ने जिले के समस्त आहरण-वितरण अधिकारियों को निर्देशित किया हैं कि वित्त विभाग द्वारा जिन विपत्रों में ऑनलाईल प्रस्तुत करने की छूट दी गई हैं, उनके अतिरिक्त समस्त बिल 20 नवम्बर के बाद किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किए जाएगें।
जैसलमेर के समग्र पर्यटन विकास के लिए बहुआयामी प्रयास जारी
जिला पर्यटन विकास स्थायी समिति की बैठक में हुई चर्चा
जैसलमेर, 8 नवंबर/जिला पर्यटन विकास स्थायी समिति की बैठक गुरुवाार को अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।बैठक में यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, सहायक निदेशक-पर्यटन विकास पण्ड्या, पुलिस उपाधीक्षक शायरसिंह, संग्रहाध्यक्ष निरंजन पुरोहित, मनोनीत सदस्य जवाहर सुथार एवं गाजी खान, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के जैसलमेर पदस्थ संरक्षण सहायक महेन्द्र जाट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।बैठक में जैसलमेर के समग्र पर्यटन विकास को लेकर सभी संभव उपाय सुनिश्चित करने और पर्यटन विकास में बाधक समस्याओं के त्वरित निस्तारण के साथ ही जैसलमेर में पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहित एवं विकसित करने के सभी आयामों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
पर्यटन विकास के समन्वित प्रयास जरूरी
अतिरिक्त जिला कलक्टर परशुराम धानका ने जैसलमेर के पर्यटन विकास के लिए सभी संबद्धजनों से व्यापक गतिविधियों का संचालन करने, पर्यटन विकास से संबंधित तमाम कारकों पर गंभीरतापूर्वक प्रयास करने पर बल दिया और इसके लिए परस्पर समन्वय तथा सहयोग पर बल दिया।
हेरिटेज वॉक का निर्माण दीवाली के बाद सहायक निदेशक विकास पण्ड्या तथा संग्रहाध्यक्ष निरंजन पुरोहित ने बताया कि जैसलमेर में हेरिटेज वॉक का कार्य दीवाली के बाद आरंभ कर दिया जाएगा। इसके लिए विभागीय स्तर पर सभी तैयारियां पूरी हैं।
यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने जैसलमेर के दीर्घकालीन पर्यटन विकास को दृष्टिगत रखते हुए वांछित स्थानों व मार्गों के विकास के लिए भूमियों का अधिग्रहण करने, पर्यटन विकास को सुदृढ़ स्वरूप देने,रास्ते सहज-सुगम एवं चौड़े करने आदि के लिए अभी से ठोस कार्यवाही करने पर जोर दिया और कहा कि इसके लिए सभी विभागों और संस्थाओं को गंभीरता से काम करने होेंगे।
बैठक में सड़क किनारे वाटिकाओं को गोद में लिए जाने की योजना पर चर्चा करते हुए नगर परिषद के आयुक्त आर.के. माहेश्वरी ने बताया कि इस दिशा में शीघ्र ही कार्यवाही की जाएगी।
पर्यटन सीजन में बेहतर सफाई व्यवस्था हो
नगर परिषद को निर्देश दिए गए कि पर्यटन सीजन को देखते हुए जैसलमेर में पुख्ता साफ-सफाई के प्रबन्ध किए जाएं। गड़ीसर में प्लास्टिक के कचरे की समस्या के उन्मूलन के लिए ठोस काम किया जाए तथा गंदगी व कचरा फैलाने वालों के खिलाफ जुर्माना किया जाए।
सोनार किले पर फ्लड़ लाइटों के पुनः संचालन के बारे में चर्चा के दौरान बताया गया कि यह कार्य नरि परिषद द्वारा किया जाएगा और इसके लिए पर्यटन विभाग की ओर से वित्तीय मदद दिए जाने की कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मरु महोत्सव को लेकर की जा रही तैयारियों के बारे में भी विचार किया गया।
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