कसाब पर 1 दिन में होता था राष्ट्रपति की 2 महीने की सैलरी से ज्यादा खर्चा
26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई हमले के दोषी कसाब को 21 नवंबर 2008 को फांसी दी जा सकी। इस दौरान उसके ऊपर करोड़ों रुपये खर्च हो गए। यह पैसे हमारे-आपके जेब से निकले पैसे ही हैं। इन पैसों पर गौर फरमाया जाए तो हमारे देश के राष्ट्रपति की 2 महीने की सैलरी से ज्यादा कसाब पर अकेले 1 दिन में खर्च हो रहा था। पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब पर सरकार ने हर रोज का करीब 3.5 लाख रुपये खर्च किये हैं। इस खर्च में उसके खाने-पीने की व्यवस्था, सुरक्षा और वकील का खर्च शामिल है। कसाब को फांसी पर लटकाने वाले के लिए सरकार ने मात्र 50 रुपये का बजट निर्धारित किया। जबकि उसकी सुरक्षा और खातिरदारी में महाराष्ट्र सरकार ने 50 करोड़ रुपये से ज्यादा लुटा दिए। ऑर्थर रोड जेल में कसाब को जिस बैरक में रखा गया था उसे बुलेटप्रूफ बनाए रखने पर 5.25 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। वहीं, कसाब को जेल से कोर्ट या कहीं और ले जाने के लिए इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों पर अकेले 1.5 करोड़ रुपये सरकार ने खर्च किए हैं। सुरक्षा के मामले में भी कसाब को लेकर सरकार ने काफी पैसा खर्च किया है। 11 करोड़ रुपये अकेले आईटीबीपी की सुरक्षा पर लगाए गए हैं। वहीं, इसके अलावा भी कसाब पर कई अलग-अलग तरह के खर्च किए गए हैं।
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