बिना अमावस मनेगी दिवाली! 

रायपुर।
आमतौर पर रोशनी का पर्व दिवाली अमावस्या तिथि पर आता है, लेकिन इस बार दिवाली पर अमावस्या तिथि को लेकर असमंजस है। अधिकांश पंचांगों में इस दिन अमावस्या तिथि सूर्योदय के बाद आ रही है और मध्यरात्रि को समाप्त हो जाएगी। इसलिए अमावस्या तिथि क्षय रहेगी। 

इस साल दीपावली तीन नहीं, बल्कि दो दिन की होगी। धनतेरस के बाद नरक चौदस और अमावस्या एक ही तिथि को है। अमावस्या को रिक्ता तिथि माना जा रहा है। पंडित और ज्योतिषियों का मानना है कि 13 नवंबर को दीपावली मनाई जाएगी। 13 का अंक भी त्योहार के उमंग पर भारी पड़ सकता है।

ज्योतिषियों का मानना है कि चतुर्दशी और अमावस्या तिथि एक साथ पड़ने के कारण दोनों का असर कम फलदायी होगा। ज्योतिषविद् प्रियाशरण त्रिपाठी के मुताबिक रिक्ता तिथि या फिर अमावस्या के साथ ही चतुर्दशी अपना प्रभाव दिखाएगी। कोई भी तिथि सामूहिक असर और प्रभाव डालती है, इसलिए त्योहार का असर पूरे देश पर पड़ेगा। आंकिक गणित भी दर्शाते हैं कि 13 नंबर अनसर्टन होता है। इसलिए 4, 6 और 7 अंक वाले एक ही दिन में राजा और उसी दिन रंक भी बन सकते हैं। इस पर तीन तिथियों जैसे 4, 9 और 14 को जया, पूर्णा और रिक्ता माना जाता है। 13 तारीख को अमावस्या रात 3.27 बजे और चतुर्दशी सुबह 7.10 बजे से होगी।

अमावस्या और चतुर्दशी एक ही दिन है। जबकि चतुर्दशी दिन भर की होती है। इसी दिन खग्रास सूर्यग्रहण भी है।मतभेद भी : इधर, तिथियों को लेकर पंडितों में मतभेद भी है। काशी से प्रकाशित ऋषिकेश पंचांग मानने वाले पंडितों का कहना है कि 11 नवंबर को ही सुबह 10.19 मिनट से त्रयोदशी प्रारंभ हो जाएगी। इस लिहाज से 11 नवंबर को धनतेरस फिर 12 को नरक चौदस और 13 को अमावस्या है। तीनों ही तिथियों अलग-अलग हैं। 

आपदा का योग


पं. त्रिपाठी के मुताबिक दीपावली का प्रभाव सालभर रहता है। योग, मुहूर्त और अंकगणित के मुताबिक दीपावली का बाजार बेअसर रहेगा। तिथियां गड़बड़ाने से बाजार नहीं, बल्कि त्योहार की उमंग पर असर पड़ता है। इसका सीधा असर शासन और प्रशासन पर पड़ेगा। प्राकृतिक या अप्राकृतिक आपदा का योग भी बन रहा है।

ऎसे क्षय होती है तिथि

ज्योतिष्ा सिद्धांत के अनुसार जो तिथि सूर्योदय के बाद आती है और अगले दिन के सूर्योदय के पहले ही समाप्त हो जाती है, उसे क्षय (विलुप्त) माना जाता है।
इसी प्रकार जो तिथि दोनों दिन सूर्योदय के दौरान मौजूद रहती है उसे वृद्धि तिथि माना जाता है।

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