'केजरीवाल क्रांतिकारी या वोटों के भिखारी?'
नई दिल्ली. 
सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने अरविंद केजरीवाल को रविवार को अजीब हालात का सामना करना पड़ा। खुद को अन्ना हजारे का समर्थक बताने वाली एनी कोहली नाम की महिला ने रविवार को अरविंद केजरीवाल की गाजियाबाद में चल रही प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमकर हंगामा किया। एनी कोहली ने केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पूछा, 'क्या केजरीवाल क्रांतिकारी हैं या वोटों की भीख मांग रहे हैं?' एनी ने केजरीवाल पर यह आरोप भी लगाया कि उन्होंने हजारे को धोखा दिया है। एनी कोहली ने केजरीवाल से प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'भगत सिंह और महात्मा गांधी ने देश के लिए बलिदान दिया। बलिदान से आप डर गए। आप अपनी पहचान देश के सामने उजागर कीजिए।' आरोप है कि एनी ने केजरीवाल के साथ धक्कामुक्की भी की। एनी के हंगामे के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अफरातफरी का माहौल बन गया।
\'केजरीवाल क्रांतिकारी या वोटों के भिखारी?\'महिला के सवालों के जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए लड़ने वाले कई वीरों ने भी चुनाव लड़े हैं। केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने हंगामा मचाने वाली महिला को पहले कभी नहीं देखा है।
अरविंद केजरीवाल के सहयोगी कुमार विश्वास ने एनी के विरोध पर कहा, 'एनी का विरोध राजनीति से प्रेरित है। मैंने उन्हें आंदोलन के दौरान पिछले दो सालों में कभी नहीं देखा।'
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे लंबे समय तक भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में दोनों ने अपनी राहें अलग कर ली हैं। जहां एक तरफ अरविंद राजनीतिक विकल्प देने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। वहीं, अन्ना सामाजिक आंदोलनों के जरिए समाज से भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों को खत्म करने की बात कर रहे हैं। अन्ना हजारे इनदिनों देश भर में अपनी नई टीम बनाने पर काम कर रहे हैं। वे जनवरी में बिहार से अपने नए आंदोलन की शुरुआत करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के विवादित दावों और सवालों का सिलसिला रुक नहीं रहा है। मध्य प्रदेश के 10 साल तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय (दिग्विजय ने दागे 27 तीर, केजरीवाल ने दी बहस की चुनौती) का ताज़ा बयान बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को घेरे में ले रहा है। दिग्विजय ने दावा किया है कि उनके पास अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के परिवार वालों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सुबूत हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनके पास सबूत तो हैं, लेकिन कांग्रेस इसका इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए नहीं करेगी।
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार के दौरान कई बातें सामने आईं, लेकिन सिर्फ मैं ही नहीं, क्या कांग्रेस पार्टी ने कभी उनका इस्तेमाल किया। हम कभी इनका इस्तेमाल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मेरे पास वाजपेयी और आडवाणी के परिवार वालों के खिलाफ करप्शन के सबूत हैं, लेकिन मेरा मकसद उन लोगों को परेशान करना नहीं है।
दिग्विजय ने कहा कि क्या सोनिया गांधी ने कभी वाड्रा के बारे में मुख्यमंत्री या मंत्रियों से बातचीत की है? आप सोनिया गांधी पर उस काम के लिए निशाना नहीं साध सकते जो उन्होंने किया ही नहीं। उन्होंने कहा, 'मैं नेता हूं, लेकिन मेरे रिश्तेदार क्या करते हैं वह देखना मेरा काम नहीं है।'
वाड्रा की शादी गांधी परिवार में होने के बाद उनकी संपत्ति में तेजी से इजाफा होने के सवाल पर सिंह ने कहा कि अगर किसी ने 10 साल पहले हरियाणा में जमीन खरीदी तो इसकी कीमत अब 100 गुना बढ़ गई होगी। उन्होंने कहा कि वाड्रा एक प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं और ऐसा नहीं है कि प्रियंका गांधी से शादी करने से पहले उनके पास कोई संपत्ति नहीं थी। सिंह ने इन धारणाओं को भी खारिज किया कि हरियाणा के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका का तबादला आनन-फानन में इसलिए कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने वाड्रा के जमीन सौदों की जांच शुरू कर दी।
दिग्विजय ने इन धारणाओं को भी दरकिनार कर दिया कि वाड्रा मामले से कांग्रेस और गांधी परिवार की छवि को नुकसान पहुंचा है। दिग्विजय सिंह के बयान के बाद इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे साफ साबित होता है कि सभी नेता आपस में मिले हुए हैं। 

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