विजयादशमी के मौके हुई कई स्थानों पर शस्त्रों की पूजा
बाड़मेर
पहाड़ी पर स्थित राठौड़ वंश की कुल देवी नागणेचियां माता मंदिर में विजयादशमी पर बुधवार को शस्त्र पूजा कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसमें भारावत राठौड़ परिवार के सदस्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शस्त्रों व अस्त्रों की विधिवत पूजा की। बाबूसिंह सरली ने बताया कि कार्यक्रम में परिवार की पांच कोटडिय़ों के सदस्य पारंपरिक वेशभूषा में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के मंत्री सांगसिंह लूणु ने शस्त्रों से ज्यादा शास्त्रों की आवश्यकता बताते हुए कहा कि क्षत्रिय युवक संघ के शिविरों में शास्त्रों के बारे में जानकारी दी जाती है, इसलिए अपनी संतान को संघ के शिविर व शाखा में भेजें। इससे आने वाली पीढ़ी शस्त्र के साथ ही शास्त्रों का सही उपयोग कर सकेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे माधूसिंह दांता ने परिवार के पूर्वज रावत भाराजी के बाड़मेर नगर के लिए किए गए कार्य की स्मृति में छतरी निर्माण के लिए सहयोग की अपील की। शस्त्र पूजा कार्यक्रम में उदयसिंह आगोर, परिक्षितसिंह आंटा, अचलसिंह गरल, वीरमसिंह लूणु, गिरधरसिंह, महावीरसिंह चूली, किशोर सिंह चूली, हरिसिंह, नारायणसिंह, चैनसिंह, गोरधन सिंह भुरटिया, हिंदुसिंह, केशर सिंह, जग सिंह, अनोपसिंह हाथीतला, रामसिंह माडपुरा, सांग सिंह रामदेरिया, गजेसिंह दांता, नाथू सिंह रोहिली, वीरसिंह, नखतसिंह व किशन सिंह सहित स्वजातीय बंधु उपस्थित थे।
कलम पूजा की: राजपूत युवा संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय गांधीनगर स्थित सभा भवन में कलम (पेन) की पूजा की। इस मौके संगठन के प्रदेश संरक्षक किशोर सिंह कानोड़ ने कलम को वर्तमान समय का सशक्त शस्त्र बताया। महेंद्रसिंह तारातरा, मनोहरसिंह आगोर व डूंगरसिंह गोरडिय़ा ने भी विचार रखे। इस अवसर पर भाखर सिंह, मगर सिंह, कमल सिंह खारिया, गोपालसिंह रावलोत, मोहन सिंह देदूसर व नरेंद्रसिंह खारा सहित कई युवा मौजूद थे।

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