सधे कदमों से किया पथ संचलन
राष्ट्र की प्रगति सभ्य समाज व संस्कृति पर निर्भर करती है। सोने की चिडिय़ा कहा जाने वाला भारत आज अगर भ्रष्टाचार के राष्ट्रों की सूची में आता है तो निश्चित रूप से हम पतन के कगार पर पहुंच रहे हैं। हमें संस्कृति को पुन: जीवित करना होगा तभी विश्व गुरु पर पुन: स्थापित हो सकेंगे। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाड़मेर विभाग प्रचार प्रमुख चेताराम ने विराट हिन्दू सम्मेलन में आमजन व स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहे।
समदड़ी
राष्ट्र की प्रगति सभ्य समाज व संस्कृति पर निर्भर करती है। सोने की चिडिय़ा कहा जाने वाला भारत आज अगर भ्रष्टाचार के राष्ट्रों की सूची में आता है तो निश्चित रूप से हम पतन के कगार पर पहुंच रहे हैं। हमें संस्कृति को पुन: जीवित करना होगा तभी विश्व गुरु पर पुन: स्थापित हो सकेंगे। ये विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाड़मेर विभाग प्रचार प्रमुख चेताराम ने विराट हिन्दू सम्मेलन में आमजन व स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा विजयादशमी पर्व असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। कलयुग में विजय संगठन में निहित है, हिन्दू संगठित रहकर ही राष्ट्र को परम वैभव प्रदान कर सकते हैं। विराट हिन्दू सम्मेलन का आगाज ध्वजारोहण के साथ हुआ। विजयादशमी पर सम्मेलन में शस्त्र पूजन किया गया। सम्मेलन में मंच पर महंत लुम्बगिरि, हरि भारती, सरपंच रामपुरा हनवन्तसिंह राठौड़ की उपस्थिति में ध्वज अवतरण के साथ विराट हिन्दू सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में विधायक कानसिंह कोटड़ी, सुरेंद्रसिंह चारण, ढीढ़स पूर्व सरपंच देवकिशन श्रीमाली, रमेश कुमार दवे, जगदीश सिंह, भगाराम, बाबूलाल सहित ग्रामीण उपस्थित थे। तहसील शारीरिक प्रमुख भवानीसिंह द्वारा इस कार्यक्रम में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी का आभार प्रकट किया।

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