आरक्षण बिल पर गतिरोध जारी
नई दिल्ली।
कोयला ब्लॉक आवंटन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों के हंगामे के बीच गुरूवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी सदस्यों ने लगातार 12वें दिन संसद की कार्यवाही में बाधा पहुंचाई।
राज्यसभा में भाजपा सदस्य कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का इस्तीफा मांग रहे थे, वहीं सपा सदस्य पदोन्नति में आरक्षण विधेयक का विरोध कर रहे थे। राज्यसभा की कार्यवाही पहले 12 और फिर दोपहर दो बजे तक स्थगित की गई।
दोपहर दो बजे सदन का कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर कार्मिक राज्य मंत्री वी. नरायणसामी ने आरक्षण विधेयक पर चर्चा शुरू करने की कोशिश की। इसे बुधवार को पेश किया गया था।
भाजपा सदस्य अपने-अपने स्थान पर खड़े होकर कथित कोयला घोटाले के खिलाफ नारे लगा रहे थे। इस बीच सपा सदस्य नारे लगाते हुए अध्यक्ष के आसन के नजदीक पहुंच गए। वे नारा लगा रहे थे, "प्रमोशन में आरक्षण नहीं चलेगा।"
उप-सभापति पी.जे. कुरियन ने सदस्यों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बार-बार अपील की। उन्होंने कहा कि कृपया सदन में व्यवस्था बनाए रखें। यह संविधान संशोधन विधेयक है। हंगामा जारी रहने पर कुरियन ने सदन को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया।
लोकसभा में भी ऎसे ही दृश्य दिखे। वहां सदन की कार्यवाही दोपहर में ही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। केंद्रीय गृह मंत्री सुशीलकुमार शिंदे ने व्यवधान दूर करने के प्रयास में विपक्ष के नेताओं से मुलाकात की।
शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि वे विपक्ष के नेताओं से मिले और उनसे कहा कि सदन की कार्यवाही चलने दें ताकि महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए जा सकें।
वैसे भाजपा ने सरकार की अपील खारिज करते हुए दोहराया कि सबसे पहले प्रधानमंत्री इस्तीफा दें। भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि हमने कहा है कि सबसे पहले प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा देना चाहिए और इसके बाद हम अन्य मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
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