कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी खतरे में !
जयपुर।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चंद्रभान की दिल्ली यात्रा बड़े भूचाल ला सकती है। सूत्रों की मानें, तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बदलाव का फैसला चंद्रभान की इसी यात्रा के दौरान हो जाएगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी से चंद्रभान की होने वाली मुलाकात को इस नजरिए से जोड़ कर देखा जा रहा है। खबर है कि चंद्रभान को आगामी नौ सितंबर तक दिल्ली में ही रूकने को कहा गया है। सूत्रों की मानें, तो अध्यक्ष बदले जाने का मन शीर्ष स्तर पर हो चुका है, सिर्फ फैसले की घोषणा होना ही बाकी है। इस बीच नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है, जिसमें सबसे तगड़ी दावेदारी सीपी जोशी व सचिन पायलट की मानी जा रही है। हेमाराम चौधरी, नारायण सिंह और हरीश चौधरी भी दौड़ में बने हुए हैं।वासनिक पर भी असर
पिछले तीन सालों में विधायकों के बढ़ते असंतोष और सत्ता-संगठन के बीच बढ़ रही दूरियों को देखते हुए प्रदेश प्रभारी की भूमिका में रहे मुकुल वासनिक की स्थिति भी पूरे घटनाक्रम में डांवाडोल देखी जा रही है। कहा जा रहा है कि मुकुल वासनिक को भी प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्ति दी जा सकती है। गौरतलब है कि असंतुष्ट विधायक कई महीनों से पार्टी महासचिव राहुल गांधी से संपर्क में हैं।
सीपी-सचिन राहुल की पसंद
पार्टी सूत्रों के अनुसार, सचिन पायलट और सीपी जोशी को राज्य से केंद्र की राजनीति में लाने के लिए कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी खुद दिलचस्पी ले रहे हैं। हालांकि, जाट नेताओं में हरीश चौधरी और नारायण सिंह का नाम भी काफी मजबूती से उभरा है। इसमें सचिन पायलट और हरीश चौधरी को युवा नेता के रूप में प्रदेश की कमान सौंपने की कोशिश को अमली जामा पहनाया जा सकता है।
राहुल तो 3 महीने से ले रहे हैं फीडबैक
खबर है कि पहले यूपी और उसके बाद राष्ट्रपति चुनाव के बाद करीब तीन महीने से राहुल गांधी एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में रूचि ले रहे हैं। गोपालगढ़ मामले में गलत रिपोर्ट दिए जाने के बाद से वो राज्य सरकार से भी खासे नाराज हैं। माना जा रहा है कि प्रदेश में बदलाव को राहुल ने ही हरी झंडी दी है। अगले सप्ताह तक इस संबंध में घोषणा हो सकती है। बदलाव में प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी सुलझे नेता को देने के साथ-साथ सह प्रभारी अरूण यादव को प्रदेश के प्रभारी का चार्ज भी दिया जा सकता है।
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