फिलहाल नहीं बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम
नई दिल्ली।
आसान नहीं है दाम बढ़ाना
पहले खबर थी कि पेट्रोल के दाम में 5 रूपए की बढ़ोतरी की जा सकती है। संसद का मानसून सत्र खत्म होने के बाद डीजल के दाम में 6 से 7 रूपए की बढ़ोतरी की अटकलें लगाई जा रही थी। सरकारी तेल कंपनियों को प्रति लीटर डीजल पर 19 रूपए 26 पैसे का नुकसान हो रहा है। डीजल के दाम में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ने का खतरा है। ऎसे में डीजल के दाम में बढ़ोतरी आसान नहीं है।
साल में 6 सिलेंडर मिलेंगे सस्ते में
पेट्रोलियम मंत्रालय ने कैबिनेट नोट के जरिए तुरंत प्रभाव से रसोई गैस, डीजल और केरोसिन के दाम में बढ़ोतरी की मांग की थी। पेट्रोलियम मंत्रालय चाहता है कि हर घर को साल में 4 से 6 सिलेण्डर पर ही सब्सिडी मिले। पेट्रोलियम मंत्रालय ने राजनीतिक मामलों की कैबिनेट कमेटी के समक्ष प्रस्ताव रखा है कि प्रति माह 50 हजार की आय वालों को गैस पर सब्सिडी न दी जाएं।
सालाना 6 लाख की आय वालों को भी गैस पर सब्सिडी न मिलें। जून 2011 के बाद डीजल,रसोई गैस और केरोसिन के दाम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है जबकि इस दौरान प्रोडक्शन की कीमत में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। तेल कंपनियों को रसोई गैस और डीजल पर हर दिन 560 करोड़ रूपए का घाटा हो रहा है।
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