सरकार के दांव से विपक्ष नरम 
नई दिल्ली । 
indiaकोयला आवंटन को लेकर मचे कोहराम के बीच गुरूवार को केंद्र सरकार के एक दांव ने भाजपा के तेवरों को ढीला कर दिया। सुबह-सुबह खबर आई कि मामले में यदि प्रधानमंत्री इस्तीफा नहीं देते हैं, तो भाजपा के लोकसभा में मौजूद सभी 114 सांसद इस्तीफा दे देंगे, लेकिन जैसे ही सरकार ने सिर्फ इस्तीफा देने से खाली हुई सीटों पर उप-चुनाव कराने की बात कही, तो भाजपा बचाव की मुद्रा में आ गई।
थोड़ी देर बाद भाजपा नेता सुषमा स्वराज ने इस्तीफे की खबरों का खंडन कर दिया। यदि भाजपा के सभी 114 सांसद इस्तीफा देते तो सरकार उन सीटों पर तुरंत उप चुनाव करा देती। संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने सरकार की इस मंशा को स्पष्ट कर दिया था।
अलग-अलग रूख
दोनों ही सदनों में भाजपा की मांग का समर्थन करते हुए अन्नाद्रमुक सदस्य भी नारेबाजी करते दिखे। जद-यू सदस्य अपने स्थान पर शांत बैठे देख गए। 

संव्ौधानिक संस्थाओं की मर्यादा बचाना मकसद
भाजपा प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि पार्टी संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा को बचाना चाहती है। अत: सरकार पर कार्रवाई के लिए दबाव बना रही है। पहले भी सरकार दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन भी देती रही है, लेकिन कांग्रेस ने अपने नेताओं के खिलाफ कदम नहीं उठाया।

सोमवार तक का वक्त
संसद में गतिरोध बरकरार रहने के बीच लोकसभा में सदन के नेता तथा गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से मुलाकात की। मौजूदा गतिरोध का हल सोमवार तक होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। शिंदे के मुताबिक, राजग को सोमवार तक का वक्त दिया गया है।

अब आगे क्या?
राजग के घटक दलों ने तय किया है कि प्रधानमंत्री के इस्तीफे की बात पर डटे रहना है। यानी आगे भी संसद में हंगामा जारी रहेगा।
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने भी गतिरोध समाप्त करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने की सलाह दी है।



अंसारी की बैठक रही बेनतीजा
सदन में गतिरोध तोड़ने के लिए राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने गुरूवार को विभिन्न दलों की बैठक बुलाई, लेकिन यह बेनतीजा रही। क्योंकि भाजपा पीएम के इस्तीफे की मांग पर कायम रही। बैठक में सत्ता और विपक्ष के नेताओं ने एक दूसरे पर व्यंग्यवाण भी छोड़े। उधर, लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार के कक्ष में आहूत विपक्षी नेताओं की बैठक 'कुछ भ्रमों के कारण' नहीं हो सकी। भाकपा सांसद ने बताया कि बैठक को लेकर कुछ भ्रम रहे और विपक्षी नेता बैठक में नहीं जा पाए।



कांग्रेस होगी आक्रामक
कोयला ब्लॉक आवंटन की कैग रिपोर्ट पर भाजपा के कड़े तेवरों को देखते हुए कांग्रेस ने भी और आक्रामक होने की रणनीति बना ली है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरूवार को संकेत देते हुए अपने सांसदों को साफ कहा कि वे बचाव के बजाय आक्रामक रूख अपनाएं। इस मामले में कांग्रेस को उसके सभी सहयोगी दल भी समर्थन कर रहे हैं। सोनिया से लगभग दो दर्जन से अघिक सांसद मिले थे। इसके बाद से कांग्रेस ने आक्रामक रूख अपना लिया है। ऎसे में भाजपा के पास विकल्प कम रह जाएंगे। रहा सवाल भाजपा के सांसदों द्वारा इस्तीफे का तो इसके आसार कम ही दिख रहे हैं। 



परमाणु दुर्घटना पर जुर्माना महज 500 रू.
दे श में यदि परमाणु दुर्घटना हुई तो दोषी पर अघिकतम 500 रूपए का जुर्माना ही लगाया जा सकता है। यह बात साफ हुई है कैग रिपोर्ट में। संसद में परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड पर पेश कैग रिपोर्ट के अनुसार, कमजोर नियमों के चलते देश में कभी भी बड़ी परमाणु दुर्घटना सम्भव है।

जेपीसी करेगी कैग की रिपोर्ट पर विचार
नई दिल्ली. भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने गुरूवार को तय किया कि वह कोयला आवंटन, दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अaा लि., अल्ट्रा मेगा बिजली संयंत्रों और परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड से जुड़ी कैग रिपोर्टो की जांच करेगी। ये सभी रिपोर्टे संसद के मौजूदा सत्र में पेश की गई है। कांग्रेस और भाजपा कोयला ब्लॉक आवंटन से जुड़ी रिपोर्ट पर संसद में टकराव की मुद्रा में हैं । पीएसी बैठक में भी यह टकराव दिख सकता है।

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
HAFTE KI BAAT © 2013-14. All Rights Reserved.
Top