शिशुओं को बचाने में क्रांति ला सकती हैं बालिकाएं : डॉ.चौहान 
बाड़मेर
विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत 'पूर्व में तय योजनाओं को समझना' विषय पर व्याख्यान आईएपी शाखा के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हरीश चौहान के मुख्य आतिथ्य में महिला कॉलेज सभागार हॉल में आयोजित हुआ। 
डॉ.चौहान ने स्तनपान की महत्ता बताते हुए कहा कि विश्व में प्रति वर्ष दस लाख शिशुओं की मौत सिर्फ भ्रांति वश होती हैं। इन शिशुओं को बचाने में बालिकाएं अपनी महत्ती भूमिका निभा सकती हैं। ये बालिकाएं परिवार एवं समाज में फैली स्तनपान संबंधी भ्रांतियों को दूर कर क्रांति ला सकती हैं। उन्होंने कहा कि परमात्मा ने शिशु के संसार में माता दूध की व्यवस्था कर दी जिसमें सभी तत्व मौजूद है। कार्यक्रम में महिला कॉलेज के प्राचार्य प्रो. बैसिल फर्नाडिस ने सामाजिक क्षेत्र में आईएपी के आयोजन को सराहा। राष्ट्रीय सेवा योजना के डॉ.हुकमाराम सुथार ने कहा कि शिशु को बोतल से दूध पिलाने से उनके फेफड़ों से लेकर पेट दर्द, गैस, उल्टी सहित कई बीमारियां हो जाती हैं। एडवोकेट मुकेश जैन ने कहा कि स्तनपान के साथ कन्या भ्रूण हत्या रोकने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या अमानवीय घटना है जो इंसानियत को झकझोर देती है। 
भ्रूण हत्या रोकने को राज्य सरकार ने फास्ट ट्रैक अदालतों का गठन किया है जिसमें दोषी व्यक्तियों को कठोर सजा देने का प्रावधान किया गया है। राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रो. उदयसिंह ने भी स्तनपान का महत्व बताया। कार्यक्रम में महिला कॉलेज के प्राचार्य प्रो. बैसिल फर्नाडिस ने अध्यक्षता की वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डॉ. हुकमाराम सुथार, प्रो. उदयसिंह व एडवोकेट मुकेश जैन विशिष्ट अतिथि थे। 
कार्यक्रम से पूर्व आयोजित निबंध प्रतियोगिता में बालिकाओं ने उत्साह से भाग लिया। समारोह में विजेता बालिकाओं को लायन्स क्लब मालाणी की ओर से पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। 
प्रतिभाओं को किया सम्मानित: 
विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत लॉयन्स क्लब मालाणी की ओर से महिला कॉलेज में निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें छात्रा रवीना ने प्रथम, पंकज ने द्वितीय व छात्रा संतोष ने तृतीय स्थान पर रही। इन विजेताओं को अतिथियों ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। 

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