"कौन है बाबा रामदेव,हम नहीं जानते"
नई दिल्ली।
खुर्शीद ने कहा कि लोकतंत्र में अलग अलग लोगों के अपने अपने विचार होते हैं। उनकी अपनी अपनी निष्ठा होती है। उसका प्रदर्शन भी अलग अलग समय पर होता रहता है। इस पर जनता अपना निर्णल लेगी। मीडिया भी निर्णय लेगा। जिस जिस को यह चिंता है कि समाज में हमें अपना संवाद कायम रखना चाहिए वो समय समय पर अपनी उस चिंता को व्यक्त करते रहेंगे। जब खुर्शीद से पूछा गया कि क्या वे बाबा से बातचीत करेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं बातचीत का एक्सपर्ट नहीं हूं।
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