जैसलमेर में होगा बनावटी मतदान का अनूठा प्रयोग 

देश में पाँच जगह हो रहा है भारत निर्वाचन आयोग का अनूठा प्रयोग 

- डॉ. दीपक आचार्य 
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी 
जैसलमेर 

जैसलमेर, 10 अगस्त
राजस्थान के लिए यह गौरव की बात है कि उसका जैसलमेर जिला भारतीय निर्वाचन इतिहास में नया अध्याय जोड़ने के लिए चुना गया है। 
देश में मतदाताओं को उनके द्वारा डाले गए वोट की पुष्टि के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने वोटर्स वेरिफियेबल पेपर ऑडिट ट्रायल(वी.वी.पी.ए.टी.) सिस्टम के परीक्षण के लिए भारत भर के विभिन्न कोनों में पांच जिलोंं का चयन किया है। 
इनमें जम्मू कश्मीर में लेह, मेघालय में चेरापूंजी, दिल्ली, केरल में त्रिवेन्द्रम और राजस्थान में जैसलमेर जिले का चयन किया गया है जहाँ 11 अगस्त शनिवार को प्रातः 8 बजे से अपराह्न 4 बजे के बीच इस नवीन प्रक्रिया द्वारा परीक्षण के तौर पर मशीनों से बनावटी मतदान होगा। इन मशीनों के द्वारा मतदाता की सत्यता को परखने एवं मतदाता द्वारा अपने दिये गये मत की पुष्टि के लिये इलेक्ट्रोनिक प्रिंटर का उपयोग किया जा रहा है। 
इसके माध्यम से वोट डालने के लिए बटन दबाते ही प्रिन्टर की स्क्रीन पर साफ दिखाई देगा कि मतदाता का वोट किसे गया है, कुछ क्षण यह स्क्रीन पर दिखाई देने के बाद प्रिन्टर के भीतर दिखाई देने वाली पर्ची प्रिन्टर में ही नीचे गिर कर जमा होती रहेगी। इससे हर मतदाता स्वयं की आंखों से देखकर संतुष्ट हो जाएगा । 

मतदाताओं से लिया जाएगा फीडबेक 
इस मतदान के साथ ही मशीनों की कार्यक्षमता और स्थितियों को जांचा जाएगा तथा मतदाताओं से भी इसकी राय ली जाएगी। इसके लिए हरेक मतदाता से फीड़बेक फॉर्म भरवाया जाएगा। आम मतदाताओं और क्षेत्र से प्राप्त सुझावों से निर्वाचन विभाग को अवगत कराया जाएगा जिससे कि पारदर्शी मतदान प्रक्रिया को और अधिक मजबूती प्राप्त होगी। 
इस नवीन प्रयोग के अन्तर्गत देश में चुने गए पांच जिलों में जैसलमेर का चयन किया जाना राजस्थान प्रदेश के लिए गौरव की बात है जहां भारत निर्वाचन आयोग की ओर से शनिवार को जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में 28 मतदान केन्द्रों पर नवीन प्रणाली से मतदान कराया जाएगा और इसके आधार पर फीडबैक लिया जाएगा। इनमेंं से छह मतदान केन्द्र जैसलमेर शहर में स्थापित किए गए हैं जबकि शेष मतदान केन्द्र गांवों में स्थापित किए गए हैं। 
जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में 28 मतदान केन्द्र स्थापित 
जैसलमेर विधानसभा क्षेत्र में इसके लिए 28 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं जहां क्षेत्र के19 गांवों तथा जैसलमेर शहर के मतदाता बटन दबाकर वोट डालेंगे और दिखावटी मतदान में हिस्सा लेंगे। ये सभी मतदान केन्द्र जैसलमेर जिला मुख्यालय से 40 से 50 किलोमीटर की परिधि में ऎसे स्थानों पर स्थापित किए गए हैं जहां माध्यमिक/उच्च माध्यमिक विद्यालय चल रहे हैं। 
मतदाताओं के साथ अन्य भी कर सकेंगे वोटिंग 
इस मतदान प्रक्रिया में इन सभी मतदान केन्द्रों पर कुल 23 हजार 928 मतदाता वोट डालेंगे जिनमें 12 हजार 665 पुरुष तथा 11 हजार 263 महिला मतदाता हैं। इन सभी मशीनों को पूरी जांच के लिए यह जरूरी है कि इनमें कम से कम एक हजार वोट हरेक मशीन में पड़ें। 
इसके लिए यह सुनिश्चित किया गया है कि अधिक से अधिक मतदाता वोट डालें। इस दृष्टि से यह भरसक प्रयास किए जा रहे हैं कि इन मशीनों में हजार से अधिक वोट पड़ें। इस संख्या पूत्रि्त के लिए पंजीकृत मतदाताओं के साथ ही अन्य लोग भी वोट डाल सकेंगे जिनमें आम ग्रामीण,ग्रामस्तरीय राज्यकर्मी, कक्षा नौ से बारह तक के विद्यार्थी शामिल हैं। 
एक हजार का आंकड़ा पूरा नहीं होने की स्थिति में अपराह्न 3 बजे बाद मतदान दल में शामिल कार्मिक भी बटन दबाकर वोट डाल सकेंगे। इसमें एकाधिक वोट भी डाले जा सकते हैं। वोट डालने वाले हर मतदाता के लिए मतदान केन्द्र पर अल्पाहार की समुचित व्यवस्था भी की गई है। 

सात आरक्षित दलों सहित 35 मतदान दल 
जैसलमेर में शनिवार को होने जा रहे इस बनावटी मतदान के लिए कुल 28 वोटिंग मशीनों का प्रयोग किया जाएगा। इनमें 9 मशीनें बी.ई.एल. बैंगलोर तथा 19 मशीनें ईसीआईएल कंपनी हैदराबाद की हैं। जबकि 6 ईवीएम आरक्षित रखी गई हैं। 
मतदान के लिए स्थापित कुल 28 बूथों के लिए 35 मतदान दल बनाए गए हैं जिनमें से सात मतदान दल आरक्षित हैं। मतदान कार्य के प्रभावी पर्यवेक्षण के लिये 11 सेक्टर अधिकारी नियुक्त कर दिये गये हैं वहीं सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इन्तजाम के लिये पुलिस का जाब्ता तैनात कर किया गया है। मतदान प्रक्रिया पर नज़र रखने के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर वीडियोग्राफर लगाये गये हैं। 
शनिवार को होने जा रहा बनावटी मतदान अपने आप में महत्त्वपूर्ण है जो पूरे देश में निर्वाचन प्रक्रिया को पारदर्शी और मजबूत बनाने में जैसलमेरवासियों के योगदान को रेखांकित करेगा। अपनी तरह के इस महत्त्वपूर्ण परीक्षण को अंजाम देने के लिए निर्वाचन आयोग से जुड़े अनेक अधिकारी और कार्मिक तथा मशीनों से संबंधित विशेषज्ञ जैसलमेर में डेरा डाले हुए हैं।

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