ओलंपिक में भारत का "विजय" निशाना
लंदन।
ओलंपिक में भारतीय प्रदर्शन को लेकर निराश करोड़ों हिंदुस्तानियों को निशानेबाजी में दूसरे पदक की खुशखबरी मिली। बैडमिंटन के सेमी फाइनल में सायना नेहवाल की हार और 50 मीटर राइफल शूटिंग गगन नारंग के बाहर होने के बाद भारत को यह दूसरी बड़ी सफलता निशानेबाज विजय कुमार ने दिलाई। 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में विजय कुमार ने भारत को दूसरा मैडल दिलाते हुए सिल्वर मैडल जीत लिया। स्वर्ण पदक क्यूबा के प्यूपो लारिस ने 34 के स्कोर के साथ जीता। कांस्य पदक चीन के डिंग फेंग (27) को मिला।
सेना में कार्यरत विजय ने फाइनल की आठ सीरीज में 5, 4, 4, 3, 4, 4, 4, 2 सहित कुल 34 का स्कोर करते हुए भारत को इन खेलों का दूसरा और ओलंपिक इतिहास का 22वां पदक दिला दिया। प्यूपो ने फाइनल में विश्व रिकार्ड की बराबरी करते हुए स्वर्ण पर कब्जा किया। क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहे रूस की एलेक्सी क्लिमोव फाइनल में 23 अंक ही बना सके और पदक की दौड़ से बाहर हो गए। विजय इससे पहले दस मीटर एयर पिस्टल स्पर्द्धा में फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए थे।
मूलत हिमाचल प्रदेश के रहने वाले विजय की जीत की खबर आते ही खुशी की लहर दौड़ गई। उनके निवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया। विजय की जीत पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने एक करोड़ रूपए ईनाम देने की घोषणा की है। उन्हें सरकार 15 अगस्त को हिमाचल गौरव सम्मान से सम्मानित भी करेगी।
राष्ट्रमंडल खेलों में भी दिखाया था दम
सेना में सूबेदार विजय ने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में तीन स्वर्ण और एक रजत पदक जीता था। उन्होंने 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल पेयर्स, 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल एकल, 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल पेयर्स में स्वर्ण और 25 मीटर सेंटर फायर पिस्टल एकल में रजत पदक जीता था। 1986 में जन्मे विजय ने 2006 में मेलबोर्न राष्ट्रमंडल खेलों में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल स्पर्द्धा में एकल स्वर्ण और पेंबा तमांग के साथ युगल स्वर्ण जीता था। उसी वर्ष उन्होंने एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता1 वर्ष 2007 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार प्रदान किया गया।
निराशस के बीच आई खुशियां
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को इस पदक से पूर्व साइना नेहवाल के बैडमिंटन के एकल सेमीफाइनल में हार के बाद गईं वहीं पुरूषों की 50 मीटर प्रोन रायफल स्पर्धा में गगन नारंग ने निराश किया लेकिन जॉयदीप करमाकर फाइनल में जगह बनाकर खुशी देने में कामयाब रहे। गोलाफेंक में ओमप्रकाश सिंह ने भी निराश किया। करमाकर प्रोन रायफल स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए हैं लेकिन लंदन में भारत को एकमात्र कांस्य पदक दिलाने वाले गगन नारंग चूक गए हैं। करमाकर ने 50 निशानेबाजों के क्वालीफाइंग दौर में 595 अंक हासिल किए और संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर रहे।
सायना से भी कांस्य पदक की उम्मीद
हालांकि सायना की उम्मीदें पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। वह अभी भी कांस्य पदक जीत सकती है। शनिवार को होने वाले मुकाबले में अगर साइना जीत जाती है तो कांस्य पदक पक्का है। कांस्य पदक के लिए साइना शनिवार को चीन की खिलाड़ी वांग जिन से भिड़ेंगी। वांग जिन को शुक्रवार को खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में अपने ही देश की ली जुइरूइ के हाथों 20-22, 18-21 हार मिली।
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