नवजात बालिका का शव मिला
जोधपुर।
संभाग के सबसे बड़े शिशु एवं मातृ रोग संस्थान उम्मेद अस्पताल की पार्किग के पास शनिवार सुबह नवजात बालिका का शव मिलने से सनसनी फैल गई। चिकित्सकों ने इसे प्री-मैच्यौर बेबी बताया है। अस्पताल प्रबंधन ने पिछले दो-तीन दिन में पैदा हुए प्री-मैच्यौर शिशुओं का रिकॉर्ड खंगाला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शनिवार सुबह करीब 10 बजे उम्मेद की पार्किग के पास दो गाडियों के बीच एक नवजात बच्ची के शव की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव लेकर एमजीएच मोर्चरी में रखवाया, जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया।मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरके आसेरी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नवजात बालिका के 24 से 28 सप्ताह के होने की पुष्टि हुई है। जबकि सामान्य रूप से 40 सप्ताह में प्रसव होता है। बालिका का वजन 800 ग्राम ही था। रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रसव के दौरान बालिका मृत पैदा हुई थी।
अस्पताल की कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. जयश्री ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार यह बालिका उम्मेद में पैदा नहीं होने की जानकारी मिली है। शिशु की अम्बिलिकल कॉर्ड गॉज पट्टी से बांधी हुई थी, जबकि उम्मेद में यह कॉर्ड कलेम्प से बांधी जाती है। ऎसे में यह शिशु उम्मेद में पैदा नहीं हुआ लगता है।
एक को कुत्तों ने नोंचा!
इस शिशु का शव मिलने के बाद जानकारी मिली कि पार्किग से थोड़ा आगे शव के कुछ हिस्से कुत्ते नौंच रहे हैं। पुलिस और अस्पताल के कुछ कर्मचारी वहां पहुंचे तो केवल खून ही मिला। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने दूसरा शव मिलने से इनकार किया है।
पुलिस को सौंपा रिकॉर्ड
अस्पताल प्रबंधन ने पिछले दो-तीन दिन में पैदा हुए प्री-मैच्योर बेबी का रिकॉर्ड खंगाला है। साथ ही उनके परिजनों से बातचीत कर डिस्पोजल की भी जानकारी ली है। यह रिकॉर्ड पुलिस को उपलब्ध करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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