संगमा के नाम पर मुलायम की मुहर! 
नई दिल्ली। 
देश के विभिन्न हिस्सों में 14वें राष्ट्रपति के लिए हो रहे चुनाव में क्रास वोटिंग और गलतियां किए जाने की खबरे आने लगी हैं। एक तरफ गुजरात में भाजपा के विधायक ने एनडीए से दगा कर प्रणब को वोट कर दिया वहीं सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह ने यूपीए के प्रणब की जगह संगमा के नाम पर मुहर लगा दी।
राष्ट्रपति चुनाव यूपीए उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने वाले मुलायम सिंह ने गुरूवार को एनडी समर्थित प्रत्याशी पीएम संगमा को वोट कर दिया। शुक्र है कि उन्होंने बैलेट पेपर बॉक्स में नहीं डाला था। मुलायम ने यह कहते हुए बैलेट पेपेर फाड़ दिया कि गलती से संगमा के नाम पर मुहर लग गई थी। मुलायम ने दूसरा बैलेट पेपर लेकर प्रणब के नाम पर मुहर लगाई। मुलायम द्वारा बैलेट पेपर फाड़े जाने को लेकर संगमा के पोलिंग एजेंट सतपाल जैन ने आपत्ति जताई लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने इस आपत्ति को मौके पर ही खारिज कर दिया। इस सबसे बावजूद बैलेट पेपर फाड़े जाने का मुद्दा तूल पकड़ गया है। विपक्ष इस बात को लेकर लामबंद हो रहा है। 
सतपाल जैन का कहना था कि नियमानुसार बैलट पर स्याही गिर जाने या चिपक कर फट जाने की स्थिति में ही दूसरा दिया जाता है। पर मुलायम के मामले में ऎसा कुछ नहीं हुआ। मुलायम ने पहले बैलट में संगमा के नाम के आगे सहमति का निशान लगा दिया था। लेकिन अपनी भूल का अहसास होने पर उन्होंने स्वयं ही उसे फाड़ दिया,जो गैरकानूनी है।
गुजरात भाजपा में क्रास वोटिंग
गुजरात भाजपा में क्रास वोटिंग की खबर है। क्रास वोटिंग करने वाले विधायक कानू कलसारिया है। वे मोदी विरोधी माने जाते हैं। इसी के चलते उन्होंने पार्टी लाइन के विपरीत जाकर प्रणब मुखर्जी को वोट दिया है। खुद कानू ने स्वीकार किया है कि उन्होंने प्रणब मुखर्जी को वोट करा है। सुबह वोटिंग शुरू होने पर कलसारिया भी पहुंचे। उन्होंने वोट करने के बाद बाहर आकर जो बयान दिया उससे भाजपा को करारा झटका लगा।
वोट देने जेल से पहुंचे जगन मोहन
आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद स्थित विधानसभा भवन में राष्ट्रपति पद के लिए वोट करने वालों में आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के आरोप में जेल में बंद वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाई एस जगन मोहन रेड्डी भी थे। रेड्डी अपना मत देने के लिए पूर्वाह्न साढे 10 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा पहुंचे। जगन की आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में ही जेल में बंद कांग्रेस के विधायक व राज्य के पूर्व मंत्री मोपीदेवी ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। जगन और रमना को अलग-अलग वाहन से चंचलगुडा जेल से लाया गया। दोनों को बाद फिर कड़ी सुरक्षा के बीच जेल ले जाया गया।
प्रणब की जीत तय
राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा से है। मुखर्जी को संप्रग के अलावा राजग और वाममोर्चा के कई घटक दलों का भी समर्थन है जिससे उनकी जीत तय मानी जा रही है। राष्ट्रपति चुनाव में कुल दस लाख 98 हजार 882 मत हैं और जीत के लिए पांच लाख 49 हजार 422 मतों की जरूरत होगी। मुखर्जी को इस चुनाव में कम से कम सात लाख 20 हजार वोट मिलने की संभावना है।

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