करगिल युद्ध में छुड़ा दिए थे दुश्मन के छक्के
द्रास।
आज का दिन देश के उन फौजियों की शहादत और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने से जुड़ा है जिन्होंने करगिल युद्ध में दुश्मन के छक्के छुड़ा दिए। पड़ोसी देश द्वारा छेड़े गए इस अद्योषित युद्ध में हमारे कई सैनिक शहीद भी हुए। आज ही के दिन 13 साल पहले 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना के जांबाजों ने टाइगर हिल फतह कर देश के लिए सब कुछ कर गुजरने का इतिहास कायम किया था।
देश के हर राज्य के जवानों ने इस संघर्ष में अपनी शहादतें दी थीं। अकेले जम्मू कश्मीर के 71 जवानों ने देश के लिए अपनी जान दी। इनमें लेह जिले के सबसे अधिक 24 जवान शामिल थे। दूसरे नंबर पर 15 जवानों की शहादत के साथ जम्मू जिला रहा। इनमें जम्मू के शहीद मेजर अजय सिंह जसरोटिया भी शामिल हैं।सम्मान में फहराया झंडा
1999 में मिली जीत की 13वीं वष्ाüगांठ पर बुधवार को द्रास उप सेक्टर में करगिल युद्ध स्मारक पर 15 किलोग्राम वजनी विशाल झंडा फहराया गया। झंडा लंबाई में साढ़े 37 फुट है, 25 फुट चौड़ा है और 15 किलोग्राम वजनी है। द्रास में कारगिल युद्घ स्मारक पर फहराया गया झंडा लाल किले और संसद भवन में फहराए गए झंडे से विस्तार में दो गुने से ज्यादा है।
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