नहीं जुट रही भीड़,रामदेव भी नहीं आए
नई दिल्ली/बुलंदशहर।
जन लोकपाल की बजाय इस बार दागी मंत्रियों के खिलाफ जांच और राजनीति में शुद्धीकरण की मांग को लेकर जन्तर मन्तर पर अनशन कर रही टीम अन्ना दूसरे दिन ज्यादा भीड़ नहीं जुटा पा रही है। दोपहर तक जन्तर मंतर का नजारा पहले दिन से भी फीका नजर आ रहा है। टीम अन्ना ने अनशन स्थल पर 5 हजार लोगों के जमा होने की अनुमति ली हुई है। लेकिन जन्तर मन्तर का इलाका भी खाली पड़ा है। पुलिस अनुमान के मुताबिक महज ढाई से तीन हजार लोग ही जुट पाए हैं। नहीं पहुंचे रामदेव
उधर, अन्ना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बात कहने वाले बाबा रामदेव निर्धारित कार्यक्रम के बावजूद अब तक अनशन स्थल पर नहीं आए हैं। खबर है कि उन्होंने फिलहाल जन्तर मन्तर आने का फैसला टाल दिया है। मालूम हो कि अन्ना के रामदेव के साथ मंच साझा करने को लेकर टीम अन्ना के भीतर भी मतभेद रहे हैं। रामदेव के न आने को इसी मतभेद से जोड़कर देखा जा रहा है।
रामलीला मैदान जैसा जादू नहीं
ज्ञातव्य है कि इससे पहले रामलीला मैदान में टीम अन्ना के अनशन को जनता का जबर्दस्त समर्थन मिला था। अन्ना को मिले इस समर्थन के बाद एकबारगी केन्द्र सरकार भी दबाव में आ गई थी। इस बार टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय अनशन पर बैठे हैं। अन्ना ने भी चार दिन बाद 29 तारीख से अनशन पर बैठने का ऎलान किया है।
केजरीवाल मामले की सुनवाई टली
सांसदों के चरित्र पर लांछन लगाने और और संसद का अपमान मामले में टीम अन्ना के प्रमुख सदस्य अरविंद केजरीवाल बुलंदशहर की एक कोर्ट में पेश होने चले गए। वे खुद कोर्ट में पेश होकर अपना पक्ष रखने को गए। लेकिन कोर्ट ने सुनवाई 28 जुलाई तक के लिए टाल दी।
टीम अन्ना के सदस्य संजय सिंह ने बताया है कि शुगर के पेशेंट होने के बावजूद केजरीवाल ने तय किया है कि वे इस केस में कोर्ट से और समय नहीं मांगेंगे तथा पेश होकर अपनी बात रखेंगे। कोर्ट से निकलने के बाद केजरीवाल एक जनसभा को सम्बोघित करेंगे। मालूम हो कि केजरीवाल ने एक जनसभा के दौरान 162 लोकसभा सांसदों तथा 39 राज्यसभा सांसदों पर भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए थे। टीम अन्ना ने भी इन आरोपों का समर्थन किया था।
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें