बेटी बचाओ आंदोलन के प्रभावी क्रियान्वयन के दिये निर्देश
जैसलमेर, 11 जुलाई
जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने पीसीपीएनडीटी अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे ’’ बेटी बचाओ आन्दोलन’’ के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सर्वप्रथम गर्भवती महिलाओं की ट्रेकिंग को व्यापक स्तर पर करना सुनिश्चित करे ताकि कोई भी गर्भवती महिला रजिस्ट्रेशन से वंचित न रहे व न ही प्रसव की सूचना संकलन में किसी तरह की कोई कमी न रहे। जिला कलक्टर त्यागी ने चिकित्सा अधिकारियों की बैठक में बताया कि प्रत्येक कन्या शिशु की मृत्यु के लिये सभी सरकारी सेवारत कर्मचारियों तथा आमजन को एक जुट होकर ट्रेकिंग कार्यक्रम को प्रबल बनाना होगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही दाई व नीम हकीम द्वारा होने वाले प्रसवों की जानकारी भी जिला स्तर तक होनी आवश्यक है व सभी अधिकारीगण अपनेअपने क्षेत्रा में होने वाले प्रसव व शिशु की स्थिति से पूर्णतया अवगत रहे एवं इस इसके लिए चिकित्सा विभाग, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत स्तर पर कन्ट्रोल रूम की स्थापना कर ट्रेकिंग कार्यक्रम को गति दें। उन्होंने कहा कि प्रमुख शासन सचिव की 15 सूत्राी मॉनिटरिंग प्रणाली में अधिनियम के क्रियान्वयन के लिए धार्मिक गुरूओं, आमजन में प्रचारप्रसार तथा आमुखीकरण कार्यक्रमों को प्रमुखता प्रदान कर कन्या भ्रूण हत्या/कन्या वध की रोकथाम के लिए प्रयास करने हैं। बैठक में उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द्र जैन्थ, ओमप्रकाश मेहरा तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनन्द गोपाल पुरोहित, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.पी. सिंह, प्रभारी अधिकारी जिला औषधी भण्डार डॉ. बी.एल. बुनकर, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक आशीष खण्डेलवाल तथा जिला समन्वयक श्रीमति रेणू भाटी उपस्थित थे।
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