सूखे सावन ने खींची माथे पर लकीरें 
जयपुर/नई दिल्ली । 
jaipurआधे से ज्यादा सावन बीत चुका है, मगर मरूधरा अब तक प्यासी ही है। मौसम विभाग के आकलन और ज्योतिषीय गणनाओं के विपरीत राजस्थान इस साल बारिश को तरसता ही रहा है। अब हालात बदतर होते जा रहे हैं, बेहाल आम आदमी ही नहीं सरकारों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खिंच चुकी हैं। केंद्र मान रहा है कि देश में राजस्थान समेत 4 राज्य सूखे की कगार पर हैं।
कागजों पर तो सरकार गम्भीर दिख रही है, मगर कम वर्षा के कारण बढ़ती महंगाई और बिजली संकट कुछ और ही सच्चाई बताता है। राज्य घोषित-अघोषित बिजली कटौती की मार झेल रहा है। मुश्किलें और भी बढ़ सकती हैं। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले एक सप्ताह पर काफी कुछ निर्भर करेगा।

मानसून के दूसरे चरण से भी उम्मीद कम
मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में मानसून का दूसरा चरण भी अब तक जोर नहीं पकड़ पाया है। अब बारिश के जोर पकड़ने की उम्मीद भी कम है।

क्यों हो रहा है ऎसा
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अधिक मजबूत नहीं होने से राज्य में बारिश अपेक्षा से कम हो रही है।

आगे क्या
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक एस.एस. सिंह के अनुसार प्रदेश में बारिश का दौर एक सप्ताह चलेगा लेकिन बारिश सामान्य से कम हो सकती है। जयपुर में बारिश एक-दो दिन में आने की संभावना है।

प्रधानमंत्री चिंतित, कहा-सूखे की तैयारी रखें
देश में मानसून की धीमी गति से केंद्र सरकार भी चिंतित है। प्रधानमंत्री ने सोमवार को एक बयान जारी कर सभी विभागों और मंत्रियों से प्रभावित राज्यों से समन्वय बनाए रखने और स्थिति की साप्ताहिक समीक्षा के निर्देश दिए हैं।

इन राज्यों पर चिंता
राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक

क्या होगी दिक्कत

इन राज्यों में चीनी, दाल व सब्जियों के दाम चढ़ने लगे हैं। सरकार महंगाई पर चिंतित है।

ये तैयारी
आपात योजना तैयार, अंतर मंत्रालयी समूह कर रहा है समीक्षा।
ये होंगे उपाय
पीडीएस में सस्ती दालों की बिक्री, चारा प्रबंधन, वैकल्पिक फसलें।

4,524 करोड़ का आपदा राहत कोष केंद्र के पास

क्या कहते हैं सितारे

2 अगस्त से मध्यम वर्षा
19 जुलाई को सूर्य ने पुष्य नक्षत्र में प्रवेश किया था जिसका वाहन अश्व है जो अल्प वर्षा का सूचक है। सूर्य 2 अगस्त को अशलेषा नक्षत्र में प्रवेश करेगा, जिसका वाहन चातक होगा, जो वर्षा का सूचक है। अल्पवर्षा का दौर अब मध्यम वर्षा में बदलेगा, जो 16 अगस्त तक चलेगा। 
दामोदर प्रसाद शर्मा, निर्माता, पं. बंशीधर जयपुर पंचांग

8 अगस्त से वर्षा का योग
15 जुलाई से बुध के वक्री होने से वर्षा में कमी आई है। 8 अगस्त को बुध के मार्गी होने के साथ ही अच्छी वर्षा के योग बनेंगे। इस दौरान अन्य ग्रहों के प्रभाव से खंड वर्षा होगी। आषाढ़ पूर्णिमा पर जंतर-मंतर में वायु परीक्षण के आधार पर वर्षा का दिया जाने वाला पूर्वानुमान शहर के 100 किमी तक प्रभावी माना जाता है।
ओमप्रकाश शर्मा, अधीक्षक, 
जन्तर-मंतर

बिजली कटौती ने छुड़ाए पसीने

क्यों हो रही कटौती
इकाइयां बंद : उत्पादन निगम के सूरतगढ़ की तीसरी-चौथी, कोटा थर्मल की दूसरी-छठी इकाई मरम्मत के नाम पर तो छबड़ा और धौलपुर की दूसरी इकाइयां तकनीकी कारणों से बन्द हैं। राजवेस्ट की भी पहली और दूसरी इकाई बन्द है।उत्तरी ग्रिड का भरोसा : उत्तरी ग्रिड की फ्रिक्वेंसी के भरोसे आपूर्ति चल रही है। सोमवार को फ्रिक्वेंसी 49.10 पहुंचते ही धड़ल्ले से कटौती शुरू कर दी गई।
जगह-जगह प्रदर्शन
सोमवार को भरतपुर, नदबई, श्रीगंगानगर समेत कई शहरों में लोगों ने बिजली कटौती पर आक्रोशित हो प्रदर्शन किया। कई स्थानों पर विद्युत कार्यालयों पर भी तोड़फोड़ की गई।
मंत्री जी बोले-1 सप्ताह में...
ऊर्जा मंत्री जितेन्द्र सिंह ने खेतड़ी में जनसुनवाई के दौरान कहा कि बिजली कम्पनियों को 300 करोड़ रूपए दिए गए हैं। लगभग 1 सप्ताह में बिजली का संकट खत्म हो जाएगा।

30.52प्रतिशत सामान्य से कम बारिश हुई
अब तक राज्य में 194.49 मिमी. वर्षा होनी चाहिए थी राज्य में, मगर 135.13 मिमी. हुई है।22प्रतिशत सामान्य से कम बारिश देश में 1 जून से 15 जुलाई के बीच हुई।194.08 मिमी. वर्षा होनी चाहिए थी, जयपुर सम्भाग में, मगर 118.30 मिमी. हुई है। यानी 39.05 प्रतिशत कम।

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