बाड़मेर तीन सोनोग्राफी सेंटरों के लाइसंसे निरस्त
एक्टिव ट्रेक्टर और एफ फार्म के ऑन लाइन एंट्री की प्रकि्रया जल्द शुरू होगी, जिला सलाहकार समिति की बैठक में हुए कई अहम निर्णय
बाडमेर।
कन्या भू्रण हत्या को लेकर चिंतित जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने तकनीकी कार्यों पर तैयारियां करीबन पूर्ण कर ली हैं और जल्द ही इन गतिविधियों को सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा। इसी के तहत सोनोग्राफी सेंटरों पर एक्टिव ट्रेक्टर लगाने और एफ फार्म ऑन लाइन एंट्री की प्रकि्रया आगामी एकदो दिवस के भीतर शुरू होगी। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में हुई जिला सलाहकार समिति की एक अहम बैठक में पीसीपीएनडीटी अधिनियम के नियमकायदों को लेकर पूर्ण सतर्कता बरतने व पालना के निर्देश सभी सोनोग्राफी सेंटर संचालकों व संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। बैठक में समिति सदस्य पीएमओ डॉ. आरके महेवरी, पीआरओ श्रवण चौधरी, डॉ. महेंद्र चौधरी, पीसीपीएनडीटी समन्वयक विक्रमसिंह चम्पावत व मंजू चौधरी मौजूद थीं।
जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिश्नोई ने बताया कि बैठक में कन्या भ्रण हत्या व पीसीपीएनडीटी अधिनियम को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। सोनोग्राफी सेंटरों पर लगने वाले एक्टिव टेकर को लेकर जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने 23 जून जिला स्वास्थ्य भवन में प्रिशक्षण करवाने के आदेश दिए। यहां राज्यस्तरी दो कंपनियों के प्रतिनिधि सोनोग्राफी संचालकों व चिकित्सकों को प्रिशक्षण देंगे। वहीं एफ फार्म को ऑन लाइन भरने की कवायद भी भाुरू कर दी गई है, जिसके तहत अब सोनोग्राफी करवाने वाले की पूर्ण जानकारी ऑन लाइन ही अपडेट करनी होगी। इसके लिए जल्द ही प्रिशक्षण दिया जाएगा, जिसके बाद 72 घण्टे के भीतर ऑन लाइन एंट्री करना अनिवार्य कर दिया जाएगा। ऑन लाइन एंट्री के साथ ही सोनोग्राफी सेंटरों की समीक्षा भी ऑन लाइन संबंधित अधिकारी कर सकेंगे। वहीं राज्यस्तर पर भी इसकी मोनिटरिंग की जा सकेगी। बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. प्रधान ने आदेश दिए कि पीसीपीएनडीटी की मासिक बैठक गंभीरता पूर्वक की जाए और हर बैठक में पूर्व में की गई गतिविधियों की समीक्षा की जाए।
तीन सेंटरों के पंजीकरण निरस्त
पीसीपीएनडीटी समन्वयक विक्रमसिंह चम्पावत ने बताया कि जिले के तीन सोनोग्राफी सेंटरों के पंजीकरण निरस्त किए गए हैं। जिनमें डीके रामावत, डीएचटी हॉस्पीटल व नेत्र ज्योति हॉस्पीटल शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उक्त तीनों सेंटर संचालकों को पूर्व में भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई सलाहकार समिति की बैठक में हुए निर्णय के बाद तीनों सेंटरों के पंजीकरण निरस्त कर दिए गए। इसके बाद तीनों ही सेंटर सोनोग्राफी नहीं कर पाएंगे। बैठक में जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने आमजन से सहयोग लेने की बात करते हुए कहा कि यदि आमजन कन्या भू्रण हत्या के मामले में सतर्कता बरतते हुए अवैध गतिविधियां संचालित करने वालों की सूचना प्रशासन को दे तो निश्चित ही जिले में एक सराहनीय पहल होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभागीय वेबसाइट हमारी बेटी डॉट कॉम पर शिकायत की जा सकती है।

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