गवाही के दौरान कोर्ट में पेश हुई भैंस
कोटा।
अदालत में कैदियों, पक्षकारों व गवाहों को तो पेश हुए सभी ने देखा होगा, लेकिन भैस को अदालत में पेश होते हुए शायद ही किसी ने देखा होगा। लेकिन मंगलवार को जब एक भैंस को गवाही के दौरान अदालत में पेश किया गया तो यह दिनभर चर्चा का विषय बनी रही।
छावनी रामचंद्रपुरा निवासी हीरालाल गुर्जर की एक भैंस व पाडी 23 अगस्त 2011 को घर से चोरी हो गई थी। उसने इसकी रिपोर्ट गुमानपुरा थाने में दर्ज कराई थी। भैंस 5 अक्टूबर को सुभाष नगर कुन्हाड़ी निवासी नवलराज सिंह के घर पर मिली थी। इस बारे में पुलिस को सूचना दी गई तो वहां से भैंस बरामद कर न्यायालय के आदेश से उसके सुपुर्द कर दी गई, लेकिन पाडी बरामद नहीं हुई।हीरालाल ने बताया कि उसे न्यायालय ने पाबंद किया था कि अगली पेशी पर भैंस को साथ लेकर आना। इस कारण से वह सुबह 8 बजे भैंस को लेकर आ गया। न्यायालय में उसके व पुत्र शिवराज के बयान दर्ज किए गए। अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम 5 न्यायालय के समक्ष भैंस की तस्दीक की गई।
अभियुक्त के वकील ने दिया था प्रार्थना पत्र
चोरी की भैंस को न्यायालय में पेश करने के लिए अभियुक्त नवलराज के वकील मेघराज सिंह शक्तावत ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र पेश कर कहा था कि चोरी का माल बरामद होने पर तस्दीक कराने के लिए न्यायालय में पेश किया जाए। इस पर न्यायालय ने हीरालाल को भैंस लाने के लिए पाबंद किया था।
पहली बार देखी
सुबह 8 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक भैंस अदालत परिसर में एसीजेएम क्रम 5 न्यायालय के सामने खड़ी रही। इस दौरान यह आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इसे देखने और अदालत में आने के बारे में जानने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। वरिष अघिवक्ताओं समेत कई लोगों का कहना था कि उन्होंने पहली बार ही भैंस को अदालत में पेश होते हुए देखा है।
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