हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज का इलाज होगा फ्री
पायलट प्रोजेक्ट के तहत बाड़मेर सहित प्रदेश के 7 जिलों को चुना
जयपुर
हार्ट अटैक, डायबिटीज और कैंसर की रोकथाम के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य के सात जिलों का पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को यहां खासाकोठी में मीडिया से बातचीत में कहा कि वल्र्ड हेल्थ असेंबली की रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक भारत कैंसर, डायबिटीज और हार्ट अटैक जैसी बीमारियों से सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। इन रोगों पर नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार ने देश के 100 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। राजस्थान के सात जिलों का इसमें चयन किया गया है जिनमें भीलवाड़ा, जैसलमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, बीकानेर, बाड़मेर और नागौर शामिल है। यहां इन बीमारियों की जांच और इलाज की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि इन जिलों में कैंसर पीडि़तों को कीमोथैरेपी के लिए 1 लाख रुपए तक की सहायता दी जाएगी। जिला अस्पताल पर कैंसर के लिए उपकरण और डॉक्टरों के लिए केंद्र ने पैसा रिलीज कर दिया है। कीमोथैरेपी के लिए यह सहायता सभी लोगों को दी जाएगी, इसमें एपीएल, या बीपीएल की कोई बाध्यता नहीं रखी गई है। हर जिले को 6=6 करोड़ रुपए दिए गए हैं। डायबिटीज के लिए हर सब सेंटर तक दवाइयां और जांच उपकरण उपलब्ध करवाएं जाएंगे। बुजुर्गों को देखने नर्स घर तक जाएगी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि भीलवाड़ा, जैसलमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, बीकानेर, बाड़मेर और नागौर जिलों में बुजुर्गों के लिए 20 बेड के अलग अस्पताल खोले जाएंगे। ये अस्पताल केवल बुजुर्गों के लिए ही होंगे। जो बुजुर्ग अस्पताल तक नहीं जा सकेंगे उन्हें देखने के लिए सप्ताह में दो बार नर्स घर तक जाएगी। यह पायलट प्रोजेक्ट डेढ़ साल तक चलेगा, इसके बाद अगले पांच साल में यह योजना देश भर में लागू होगी।
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