मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवसों की कि समीक्षा 

जैसलमेर, 
उरमूल ट्रस्ट बीकानेर और सेव द चिल्ड्रन के सहयोग से जिलें में संचालित बाल स्वास्थ्य हेतु सामुदायिक सशक्तिकरण परियोजना के अन्तर्गत परियोजना क्षेत्रा के गांवों में माह जून में आयोजित स्वास्थ्य और पोषण दिवसों की समीक्षा देवा सेक्टर बैठक में की गई। 
उरमूल के जिला परियोजना प्रबंधक अशोक शर्मा ने बताया कि बैठक में स्वास्थ्य और पोषण दिवसों के मजबूतीकरण के प्रयासों, प्रसव पश्चात जांच के प्रभावीकरण और अतिकुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें रैफरल स्लिप के माध्यम से जिला मुख्यालय के कुपोषण उपचार केन्द्रों पर भेजने पर जोर दिया। देवा पी.एच.सी प्रभारी डॉ. पी.सी. गर्ग ने उरमूल और स्वास्थ्य विभाग के साझा प्रयासों के माध्यम से स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।शर्मा ने बताया कि साथ ही महिला एव स्वास्थ्य विभाग की सैक्टर बैठक में आशा सहयोगियों को उनके द्वारा किये जाने वाले गृह सम्पर्को को ओर प्रभावी ़ंग से निष्पादित करने हेतु प्रोत्साहित किया। 
सैक्टर बैठक के दौरान महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र, जैसलमेर की प्रभारी श्रीमति ज्योत्सना व्यास ने केन्द्र द्वारा घरेलू हिंसा की रोकथाम हेतु विभिन्न सेवाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होने उपस्थित एएनएम, आशा सहयोगिनियों और आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को अपने गांव में घरेलु हिंसा से पीडित महिलाओं को उचित न्याय और सम्मान दिलवाने हेतु महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र की जानकारी घरघर तक पहुंचाने का आग्रह किया। सैक्टर बैठक में महिला पर्यवेक्षक कांता जोशी, पुष्पा पुरोहित, आशा सुपरवाईजर मोनिका और उरमूल प्रतिनिधि जयराम पंवार ने अपने विचार व्यक्त किये। 
सोनाग्राफी केन्द्रों पर एक्टिव ट्रेकर लगाने के संबंध में दिया प्रशिक्षण 
जैसलमेर, 
जिले के सभी सोनोलोजिस्ट को अपने सोनोग्राफी सेन्टरों पर एक्टिव ट्रेकर लगाने तथा फॉर्म ॔एफ’ की ऑन लाईन एन्ट्री करने की ट्रेनिंग मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में दी गयी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित ने बताया कि राज्य सरकार के आदेशों की अनुपालना में एक्टिव ट्रेकर सोनोग्राफी सेन्टरों पर लगाने हेतु तीन माह का समय दिया गया था। एक्टिव ट्रेकर लगाने से प्रत्येक सोनोग्राफी सेन्टरों पर होने वाली प्रत्येक सोनोग्राफी का इलेक्ट्रोनिक रिकॉर्ड बन जायेगा। जो कि लिंग परीक्षण को रोकने में सहायक होगा। 

उद्योग विभाग ’’ स्किल बेस्ड ई डी पी ’’ योजना में बेरोजगारों को देगें प्रशिक्षण 

ईच्छुक संस्थाओं से आवेदनपत्रा आमंत्रित 

जैसलमेर,
जिले में शिक्षित बेरोजगार युवाओं को तकनीकी ज्ञान दिलवा कर स्वयं का उद्योग स्थापित करने के लिए ’’ स्किल बेस्ड ई डी पी ’’ योजना के तहत रिपेयरिंग ऑफ इलेक्ट्रीकल्स एप्लाईन्सेज ( विद्युत उपकरणों की मरम्मत ) टेड का प्रशिक्षण स्वयंसेवी संस्थाओं/तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान/पंजीकृत लघु उद्योग के माध्यम से जिला उद्योग केन्द्र जैसलमेर द्वारा शीघ्रातिशीघ्र प्रारंभ करवाया जाना है। महाप्रबंधक रामरतन मरवण ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 18 से 35 वर्ष की आयु वर्ग के सैकण्डरी परीक्षा उत्तीर्ण युवाओं का दो माह की अवधि का प्रशिक्षण अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुल्क सामान्य वर्ग के युवाओं के लिए 200 रुपये एवं अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जन जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग तथा महिलाओं के लिए 100 रुपये निर्धारित है। उन्होंने बताया कि आवेदनपत्रा जिला उद्योग केन्द्र जैसलमेर कार्यालय से नि:शुल्क प्राप्त किया जा सकता है जिसे पूर्ण रुप से भरकर जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय में 9 जुलाई, 2012 तक जमा करवाऍं। प्राप्त होने वाले सभी आवेदनपत्राों में से पात्रा युवाओं का चयन निर्धारित कमेटी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 20 प्रशिक्षणार्थियों को रिपेयरिंग ऑफ इलेक्ट्रीकल्स एप्लाईन्सेज ( विद्युत उपकरणों की मरम्मत ) का प्रशिक्षण देने के लिए ईच्छुक स्वयंसेवी संस्था, शिक्षण संस्था, तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान एवं पंजीकृत लघु उद्योगों से प्रशिक्षणदात्राी संस्था के रुप में चयन कि लिए आवेदनपत्रा 09 जुलाई तक आमंत्रित किए गये हैं। प्राप्त आवेदनपत्राों के आधार पर पात्रा प्रशिक्षण संस्थान का चयन निर्धारित समिति द्वारा किया जाएगा। प्रशिक्षण देने के लिए चयनित संस्था एवं मास्टर क्रॉफ्टमेन को प्रशिक्षण कार्यक्रम के व्यय /मानदेय का नियमानुसार भुगतान देय होगा।

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