अजरूद्दीन के लिए छात्रवृत्ति योजना बनी सम्बल
जयपुर
जालोर जिले के सांचौर नगर के मोहम्मद अजरूद्दीन के सिर पर पिता का साया नहीं रहने तथा अपने 6 भाई बहिनों में सबसे बड़ा होने के कारण उस पर घर परिवार की जिम्मेदारी थी वहीं उसकी अभिलाषा उच्च शिक्षा ग्रहण करने की थी, लेकिन परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति उसे आडे़ आ रही थी।
बारहवीं में पास होने के बाद तो उसे लगा कि वह अब आगे पढ़ने के लिए बाहर जायेगा लेकिन बाहर की फीस व घर खचेर उसे लिए रोड़ा बने हुए प्रतीत हो रहे थे। इस स्थिति में उसने घर खर्च के लिए कबाड़ी का भी धन्धा अपनाया लेकिन आखिर उससे होता भी क्या ! छोटे दो भाई बहिन भी पढ़ रहे थे, घर में बड़ा होने के कारण घर की सारी जिम्मेदारी भी उसे कन्धों पर थी। अल्प संख्यक विभाग द्वारा संचालित छात्रवृत्ति योजना उसे लिए आशा की किरण लेकर आई तथा उसने जालोर स्थित अल्प संख्यक कार्यालय में छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया और उसे अल्पसंख्यकों के लिए संचालित एम.सी.एम. छात्रवृत्ति के रूप में 27 हजार रुपये की राशि प्राप्त हुई। इससे उसका पढ़ाई का इन्तजाम हो गया। नि:सन्देह अल्पसंख्यक विभाग द्वारा संचालित छात्रवृत्ति योजना अजरूद्दीन के लिए भाग्य का पटल खोलने वाली साबित हुई तथा आज अजरूद्दीन बीकानेर के होम्प्योपैथिक मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है तथा उसका सपना होम्योपैथिक चिकित्सक बन कर लोगों की सेवा करना है। अब प्रतिवर्ष मिलने वाली छात्रवृत्ति ही उसका सम्बल है।
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