सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना में तकनीकी स्वीकृति शीघ्र जारी करें 
जैसलमेर, 
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेवसिंह उज्जवल ने निदेर्श दिए हैं कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत संबंधित सांसद द्वारा अभिशंषा किए गए कार्यो के मामलों में 45 दिवस में सभी प्रित्र्कया पूर्ण करें। 
उन्होंने विकास अधिकारियों को निदेर्श दिए कि सांसद स्थनीय क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत जिन कार्यो की प्रशासनिक स्वीकृति जारी की जाती हैं उसमें कम से कम समय में तकनीकी स्वीकृति जारी करें ताकि इन कार्यो की समय पर वित्तीय स्वीकृति भी जारी की जा सके। 
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निदेर्श दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार के साथ ही अन्य कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारीगण उपिस्थत थे। 
कार्यो की वस्तुस्थिति प्रस्तुत करें 
मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने विकास अधिकारियों को निदेर्श दिए कि एम.पी.लेड में जो कार्य स्वीकृत किए गए हैं एवं उनमें सार्वजनिक पट््टे जारी नहीं होने या अन्य कारण से कोई बाधा आ रही हैं तो उसमें वस्तुस्थिति लिखते हुए समय पर जिला परिषद में प्रस्तुत करें ताकि ऐसे कार्यो को निरस्तर करवाया जा सकें। 
स्वीकृत कार्यो को शीघ्र कराएं पूर्ण 
उन्होंने कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निदेर्श दिए कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजनान्तर्गत जिन कार्यो की वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी हैं ऐसे कार्यो को शीघ्र ही चालु कराऍं। उन्होंने यह भी निदेर्श दिए कि जो कार्य पूर्णता की ओर हैं या पूर्ण हो गए हैं ऐसे मामलों में शीघ्र ही उपयोगिता प्रमाण-पत्र एवं पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें। उन्होंने ऐसे मामलों में शिथिलता नहीं बरतने की हिदायत दी। 
स्वीकृत नहीं होने योग्य कार्यो के बारे में बताएं 
उन्होंने कहा कि एमपी एलएडी योजनान्तर्गत जिन संसद सदस्यों द्वारा कार्यो की अभिशंषा की गयी हैं एवं वे कार्य वास्तव में स्वीकृत नहीं हो सकते हैं ऐसे मामलों में सही रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि संबंधित सांसद को इसके बारे में अवगत कराया जा सकें जिससे कि वे इन पैसों का उपयोग अन्य विकास कार्यो के लिए कर सकें। 
स्वयंसेवी संस्थाओं के बारे में पूर्ण जांच करें 
उज्जवल ने बताया कि एमपी लैड योजना के अन्तर्गत कई निजी स्वयंसेवी संस्थाऍं कार्यकारी ऐजेन्सी के रुप में कार्य स्वीकृत करा लेती हैं। इसलिए विकास अधिकारियों को ऐसी स्वयंसेवी संस्थाओं के मामलों में पूर्ण रुप से जांच पड़ताल करनी हैं कि वास्तव में वह संस्था कार्य कराने के लिए निर्धारित मापदण्डों पर सही हैं या नहीं। ऐसे मामलों में विकास अधिकारी पूर्ण रुप से संतुष्ट होकर ही कार्य की तकनीकी स्वीकृति जारी करें। 
एम्बुलेंस त्र्कय करें 
उन्होंने कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल.बुनकर को कहा कि वे लसूण्ड में सांसद कोटे से स्वीकृत राशि से एम्बुलेंस त्र्कय करने की कार्यवाही करें। अधिशाषी अभियंता कीरचंद ने बैठक में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजान्तर्गत जिले में स्वीकृत कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं साथ ही पुराने बकाया कार्यो को शीघ्र पूर्ण कराने पर जोर दिया। 
ये थे उपिस्थत 
बैठक में विकास अधिकारी रमेशचन्द्र माथुर, नरेश बुनकर, रामनिवास बाबल, अधीक्षण अभियंता जलदाय मुकेश गुप्ता , सहायक अभियंता धनाराम विश्नोई भी उपिस्थत थे। 

सीमा क्षेत्र विकास योजना में स्वीकृत बकाया कार्यो को शीघ्र पूर्ण कराने के निदेर्श 
जैसलमेर
मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद बलदेव सिंह उज्जवल ने सीमा क्षेत्र विकास योजना के अन्तर्गत स्वीकृत कार्यो की विस्तार से समीक्षा करते हुए संबंधित कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारियों को निदेर्श दिए कि वे इस योजनान्तर्गत पुराने बकाया कार्यो को शीघ्र ही पूर्ण करें एवं इसमें किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरतें। मुख्य कार्यकारी अधिकारी उज्जवल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सीमा क्षेत्र विकास योजना की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निदेर्श दिए। बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवाराम सुथार के साथ ही कार्यकारी एजेन्सी के अधिकारीगण उपिस्थत थे। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधीक्षण अभियंता जलदाय को निदेर्श दिए कि बीएडीपी योजना में वर्ष 2009-10 एवं वर्ष 2010-11 में जो कार्य पूर्ण हो गए हैं उनके संबंध में शीघ्र ही उपयोगिता एवं पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें। उन्होंने योजना के अन्तर्गत वर्ष 2011-12 में स्वीकृत किए गए कार्यो की विस्तार से समीक्षा करते हुए निदेर्श दिए कि वे इन कार्यो को तीव्र गति के साथ पूर्ण कराऍं ताकि योजना से लोगों को पेयजल सुविधा का लाभ मिल सकें। 
उन्होंने अधिशाषी अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग, कार्यवाहक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी , प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को भी निदेर्श दिए कि बीएडीपी योजना में जो कार्य स्वीकृत किए गये हैं उनको शीघ्र ही चालु कराऍं एवं जिन कार्यो के संबंध में उपयोगिता एवं पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना हैं उसमें भी किसी प्रकार की देरी नहीं करें। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बैठक में बीएडीपी योजना में स्वीकृत कार्यो , पूर्ण किए गये कार्यो एवं बकाया कार्यो के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की एवं संबंधित कार्यकारी एजेन्सी को निदेर्श दिए कि वे इस योजना में गंभीरता के साथ कार्य को संपादित करें। अधिशाषी अभियंता कीरचंद ने बैठक में बीएडीपी योजना के अन्तर्गत स्वीकृत कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं वहीं उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे शीघ्र ही उपयोगिता एवं पूर्णता प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करें।

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