अधिकारियों ने रुकवाया बालविवाह
सिरोही
शहर के झुपाघाट मोहल्ले में मंगलवार शाम को दो नाबालिग बच्चियों की शादी की सूचना पर प्रशासनिक व पुलिस अमला मौके पर पहुंचा। एसडीएम प्रहलाद सहाय नागा ने इसकी गंभीरता से जांच कर आयोजक परिवार समेत आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, बीट कांस्टेबल, पटवारी व पार्षद को पाबंद किया।
एसडीएम ने बताया कि झुपाघाट मोहल्ला निवासी पुष्पा देवी पत्नी सोबाराम भील की ओर से उनकी दो पुत्रियों (हीना व मनीषा) के कम उम्र शादी कराने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस उप अधीक्षक सीताराम मीणा, तहसीलदार मुकेश बारैठ व भू अभिलेख निरीक्षण शंकरलाल मीणा के साथ झुपाघाट पहुंचे। पुष्पा देवी से उनके परिवार का राशनकार्ड देखा। राशनकार्ड में दोनों ही बच्चियां नाबालिग दर्ज है। इस पर पुष्पा देवी व बच्चियों के मामा मोतीराम भील दोनों को नाबालिग बच्चियों की शादी नहीं कराने के लिए पाबंद किया गया। एसडीएम ने बताया कि मोतीराम भील माउंट आबू एसडीएम कार्यालय का निलंबित कर्मचारी है और वह पुष्पादेवी का बालविवाह में सहयोग कर रहा है। दोनों ही बच्चियों के लगन हो गया है और बालविवाह होने की गुजांइश थी, जिसे प्रशासन समय रहते रुकवा दिया है।
बालविवाह के लिए होंगे कार्मिक दोषी
एसडीएम ने झुपाघाट क्षेत्र के पुलिस बीट कांस्टेबल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी व पार्षद को मौके पर बुलाया। उन्होंने कार्मिकों को हिदायत दी है कि यदि बालविवाह हो गया तो उनकी खैर नहीं। बाल विवाह को रोकने के लिए पुलिस बीट कांस्टेबल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी व पार्षद इसकी लगातार मॉनिटरिंग करते रहेंगे। उन्होंने कार्मिकों व पार्षद को भी पाबंद किया है।

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